पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के लिए बीजेपी ने गुरुवार को 148 उम्मीदवारों के नाम की सूची जारी की. इसके साथ ही 11 सीटों को छोड़कर पार्टी सभी चरणों की सभी सीटों के लिए प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं. गुरुवार को सूची जारी होते ही राज्य में जगह-जगह बीजेपी कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया. दूसरी पार्टियों से बीजेपी में आए लोगों को टिकट देने पर पार्टी कार्यकर्ताओं में गहरा असंतोष दिखाई दे रहा है.
मालदा के हरिशचंद्रपुर में तो बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय में ही तोड़फोड़ कर दी. यहां से बीजेपी ने मातिउर रहमान के नाम की घोषणा की है. मातीउर रहमान ने कुछ दिन पहले ही बीजेपी ज्वाइन की है. रहमान के नाम की घोषणा होते ही बीजेपी कार्यकर्ता गुस्से में आ गए. कार्यकर्ताओं का कहना है कि पुराने लोगों की बजाय नए लोगों को क्यों टिकट दिया गया है. इसी बात पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय में तोड़फोड़ शुरू कर दी.
ओल्ड मालदा सीट से गोपाल साहा के नाम की घोषणा होने के बाद यहां भी विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया है. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने यहां भी पार्टी ऑफिस में तोड़फोड़ की. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि गोपाल साहा की छवि सही नहीं है. यहां पर किसी अन्य नाम की घोषणा की जाए.
वहीं दुर्गापुर में भी बीजेपी उम्मीदवार कर्नल दीप्तांशु चौधरी के नाम की घोषणा होते ही पुराने बीजेपी समर्थकों ने विरोध जताना शुरू कर दिया. कर्नल का नाम आते ही आक्रोशित भाजपाइयों ने दुर्गापुर के इस्पात नगर के विद्यासागर एवेन्यू स्थित बीजेपी जिला कार्यालय के समीप कर्नल के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया एवं कर्नल के खिलाफ जमकर नारे लगाए.
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कर्नल को प्रत्याशी मानने से इनकार करते हुए दूसरा उम्मीदवार खड़ा करने की मांग की. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि कर्नल दीप्तांशु चौधरी तृणमूल से बीजेपी में शामिल हुए हैं, इसलिए बीजेपी में उनको उम्मीदवार बनने का कोई अधिकार नहीं है.
इस बीच पांडवेश्वर से जितेंद्र तिवारी के नाम की घोषणा होते ही उनके खिलाफ भी रोष जाहिर किया गया. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सड़क पर आग लगाकर विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया है. अब देखना ये है कि पार्टी बड़े स्तर पर हो रहे इस असंतोष को कैसे संभालती है.
अनुपम मिश्रा