RJD नेता तेजस्वी यादव ने बिहार में स्टूडेंट्स को कलम (Pen) बांटने को लेकर हो रही आलोचनाओं का जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि ये वही लोग हैं जो तलवार, बंदूक और गोलियां बांटते हैं, लेकिन उन्हें कलम पसंद नहीं आएगी.
तेजस्वी ने अपने बयान में कहा कि अपने कार्यकाल के 17 महीनों में उन्होंने 5 लाख नौकरियां दी हैं और अब वह छात्रों को कलम बांट रहे हैं, ताकि बिहार एक शिक्षित राज्य बन सके. उनका कहना है कि लोगों को पढ़ना-लिखना चाहिए, ताकि उन्हें नौकरी और रोजगार मिले.
तेजस्वी यादव ने कहा कि हम नौकरियां लोगों के हाथ में देना चाहते हैं, इसलिए BJP के लोग जरूर बुरा महसूस करेंगे. उन्होंने BJP नेताओं पर भी हमला किया और कहा कि BJP के मंत्री पत्रकारों को पीटते हैं, उनके माता-पिता और बहनों को गालियां देते हैं, हम चाहते हैं कि लोग कलम के महत्व को समझें और पहचानें.
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इस मामले में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा था कि 'वो कलम बांट नहीं रहे, फेंक रहे हैं. पहले खुद कलम का इस्तेमाल करना सीखें, उसके बाद दूसरों को ज्ञान दें.' गिरिराज सिंह ने यह भी तंज कसा कि 'चोरों को हर जगह चोर ही नजर आते हैं.'
हालांकि आरजेडी ने इस पर जवाब देते हुए कहा था कि बिहार अधिकार यात्रा में उमड़ी भीड़ से विरोधी बौखला गए हैं. तेजस्वी यादव के अश्वमेध का घोड़ा निकल चुका है. अब यह विजय के साथ ही रुकेगा. जिस मोकामा में कभी AK–47 बांटी जाती थी, वहीं तेजस्वी ने कलम बांटकर शिक्षा और बदलाव का संदेश दिया है.
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