उत्तर प्रदेश कैडर के IAS प्रदीप कुमार सिन्हा (PK Sinha) 11 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुख्य सलाहकार के रूप में नियुक्त हुए. इससे 12 दिन पहले 30 अगस्त को ही उन्हें PMO में ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (ओएसडी) के तौर पर नियुक्त किया गया था. बता दें कि मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति (ACC) ने PK Sinha की नियुक्ति को मंजूरी दी है. आइए जानें, कौन हैं पीके सिन्हा, कहां से की है पढ़ाई.
फोटो: आईएएस पीके सिन्हा (दायें)
पीके सिन्हा उत्तर प्रदेश कैडर के 1977 बैच के IAS अधिकारी हैं. वो भारत के 31वें कैबिनेट सचिव बने थे. इससे पहले वो पॉवर सेक्रेटरी और शिपिंग सेक्रेटरी रह चुके हैं. उनकी नियुक्ति प्रधानमंत्री के कार्यकाल के साथ या अगली घोषणा होने तक प्रभावी रहेगी.
64 साल के पीके सिन्हा का जन्म दिल्ली में 18 जुलाई 1955 में हुआ था. उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफंस कॉलेज से इकोनॉमिक्स से ग्रेजुएशन की डिग्री ली. इसके बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी के दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से इकोनॉमिक्स से पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री ली. इसके अलावा उन्होंने एमफिल की डिग्री भी ली है.
सिन्हा ने उत्तर प्रदेश और भारत सरकार के कई महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दी हैं. जैसे कि वो उत्तर प्रदेश में प्रिसिंपल सेक्रेटरी सिंचाई के अलावा वाराणसी डिवीजन के कमिश्नर भी रहे हैं.
इसके अलावा पीके सिन्हा उत्तर प्रदेश के इन्वेस्टमेंट कमिश्नर भी रहे हैं. उन्होंने आगरा और जौनपुर के डीएम और कमिश्नर के पदों पर भी सेवाएं दी
हैं.
वहीं, प्रमोद कुमार मिश्रा (PK Mishra) को पीएम नरेंद्र मोदी का नया प्रमुख सचिव
नियुक्त किया गया है. उन्हें कैबिनेट रैंक का दर्जा हासिल होगा. मिश्रा की नियुक्ति आज यानी 11 सितंबर से ही प्रभावी है.
फोटो: मथुरा के कार्यक्रम में पीएम मोदी
पीके मिश्रा के बारे में कहा जा रहा है कि वो प्रधानमंत्री के काफी करीबी
अफसरों में से एक रहे हैं. डॉ पीके मिश्रा एग्रीकल्चर, डिजास्टर मैनेजमेंट, पॉवर सेक्टर और
इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेसिंग जैसे प्रोग्राम्स के प्रबंधन के लिए जाने जाते
हैं. उनके एकेडमिक प्रोफाइल की बात करें तो रीसर्च और पब्लिकेशन के क्षेत्र
में भी उन्होंने महत्वपूर्ण काम किया है. पॉलिसी मेकिंग और एडमिनिस्ट्रेशन
में उनके काम का कोई जवाब नहीं है.
फोटो: पीके मिश्रा (दाईं ओर)