दुष्यंत के पिता अजय सिंह चौटाला इंडियन नेशनल लोकदल के वरिष्ठ नेता हैं. वो सांसद भी रह चुके हैं, इसके अलावा हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के बड़े बेटे के तौर पर भी उन्हें पहचान मिली है. अजय चौटाला के दो बेटे दुष्यंत और दिग्विजय हैं जो राजनीति में करियर बना चुके हैं.
मां के नाम है ये रिकॉर्ड-
हरियाणा के दिग्गज सियासी परिवार से ताल्लुक रखने वाली नैना सिंह चौटाला शादी से पहले निशानेबाजी में काफी नाम कमा चुकी हैं. उनकी सियासी पारी साल 2014 में शुरू हुई थी. वे पूर्व डिप्टी पीएम देवी लाल चौटाला परिवार की वो पहली महिला हैं, जिन्होंने राजनीति में दांव आजमाया. वर्ष 2014 में पहली बार वह सिरसा लोकसभा क्षेत्र में आने वाली डबवाली विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ी और जीत भी हासिल की. शूटिंग में वो इंटर यूनिवर्सिटी में टीम का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं. नैना ने स्नातक तक पढ़ाई की है.
ये तब हुआ जब साल 2009 में उनके पति तत्कालीन विधायक अजय सिंह चौटाला का घोटाले में नाम आ गया. वो जेल चले गए तो वर्ष 2014 में नैना चौटाला डबवाली विधानसभा क्षेत्र चुनाव लड़ी और जीत हासिल की.
दुष्यंत सिंह चौटाला की बात करें तो उनके नाम देश में अब तक के सबसे कम उम्र में सांसद बनने वाले भारतीय का रिकॉर्ड दर्ज है. उनकी खेलों में गहरी रुचि है. स्कूली दिनों में उन्होंने मुक्केबाजी में स्वर्ण पदक जीता. वे स्कूल बास्केटबॉल टीम के कप्तान और स्कूल हॉकी टीम के गोलकीपर भी रहे.
महज 28 साल की उम्र में सांसद बने युवा दुष्यंत चौटाला संसद में पूरे कार्यकाल के दौरान सक्रिय रहे थे. वो संसद में 191 डिबेट में मौजूद रहे. चौटाला की संसद में सक्रियता इस बात से देखी जा सकती है कि उन्होंने अपने 5 साल के कार्यकाल में कुल 582 सवाल पूछ डाले.