जीवन में हर किसी को कभी न कभी असफलता का सामना करना पड़ सकता है. कई बार मेहनत, उम्मीदें और समय लगाने के बावजूद जब सफलता हाथ नहीं लगती और केवल हार नजर आने लगती है तो यह पल बेहद कठिन प्रतीत होता है, लेकिन यही समय हमें सबसे ज्यादा सीख भी दे सकता है. अगर आप इस दौर में हिम्मत जुटा लें और खुद को संभालकर आगे बढ़ें तो वापसी करने में मदद मिलती है. आप कई चीजों को समझकर असफलता से कमबैक पाने में मदद पा सकते हैं.
ऐसे करें कमबैक
कमी स्वीकार करना
असफल होना या लक्ष्य तक न पहुंच पाना, जीवन का अंत नहीं होता है. अगर कहीं चूक हुई है तो सबसे पहले यह स्वीकार करें कि आपसे भी गलती हो सकती है. यही स्वीकार करना कमबैक की पहली सीढ़ी माना जाता है. खुद को दोष देने की बजाय वास्तविकता को अपनाना चाहिए. असफलता के बाद उदासी, निराशा या रिजेक्शन महसूस करना सामान्य माना जाता है, इनसे डरने की बजाय इन्हें स्वीकार करना ही असली ताकत बन सकती है.
फेलियर से सीख लेना
असफलता को जीवन का हिस्सा मानना चाहिए. यह आपको आगे बढ़ने और सीखने का मौका देती है. खुद से पूछें कि इस अनुभव से आपने क्या कुछ सीखा है. खुद को असफल मानने की बजाय इस बात पर ध्यान दें कि इससे क्या सीख मिली है. हर फेलियर एक सीढ़ी है, जो आपको सफलता की ओर आगे बढ़ाने में मदद करती है.
पॉजिटिव रहना
कठिन समय में अपने विचारों को सकारात्मक बनाए रखना आपकी काफी मदद कर सकता है. आप इसके लिए उन लोगों के साथ जुड़ सकते हैं जो आपको प्रेरित करने में मदद करते हों. हर असफलता के पीछे भी कोई न कोई सकारात्मक कारण छिपा हो सकता है अगर आप उसे पहचान लें तो आपका दृष्टिकोण बदल सकता है. पॉजिटिव माइंडसेट आपको दोबारा खड़ा होने की ताकत देने में मदद करता है.
खुद के प्रति दयालु होना
आपको अपने साथ दयालु और नरम व्यवहार करना चाहिए. जैसे आप किसी करीबी दोस्त को कठिन समय में समझाते हैं, वैसे ही खुद को भी समझाएं. खुद से पूछें कि अगर मेरा कोई प्रिय मित्र यही स्थिति झेल रहा होता तो मैं उसे क्या कहता? अगर आपको कोई खास दोस्त आपसे ऐसे समय में मदद मांगता तो आप उसे कमबैक को लेकर क्या सलाह देते? यह सोच आपके कमबैक में आपकी काफी मदद कर सकती है और ये तरीके आपके आत्मविश्वास को फिर से जगा सकते हैं.
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