एक मिनट में 21 बार सूर्य नमस्कार, पिथौरागढ़ के इस युवक ने तोड़ा वर्ल्ड रिकॉर्ड

योग शिक्षक विजय के छात्रों ने भी बीते 30 अगस्त को एडवांस योगा में 11 नए की विश्व कीर्तिमान भी स्थापित किए हैं. आइए जानें- इस युवा योगी के बारे में...

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योग शिक्षक विजय प्रकाश जोशी (Photo: aajtak.in) योग शिक्षक विजय प्रकाश जोशी (Photo: aajtak.in)

राकेश पंत

  • पिथौरागढ़ ,
  • 08 सितंबर 2021,
  • अपडेटेड 1:02 PM IST

उत्तराखंड में पिथौरागढ़ के जाजरदेवल निवासी युवा योग शिक्षक विजय प्रकाश जोशी ने सूर्य नमस्कार का इंटरनेशनल वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़कर नया रिकॉर्ड अपने नाम किया है. उन्होंने एक मिनट में 21 बार सूर्य नमस्कार कर ये कारनामा किया है. इतना ही नहीं, योग शिक्षक विजय के छात्रों ने भी बीते 30 अगस्त को एडवांस योगा में 11 नए विश्व कीर्तिमान भी स्थापित किए हैं. विजय की इस सफलता से क्षेत्र में खुशी की लहर है. 

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पिथौरागढ़ के जनरल बीसी जोशी आर्मी पब्लिक स्कूल में बच्चों को निशुल्क योग के गुर सिखाने वाले योग शिक्षक विजय प्रकाश जोशी ने योग को ही अपने जीवन का उद्देश्य बना लिया है. विजय ने एक मिनट 21 बार सूर्य नमस्कार का नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है. विजय जोशी ने  बताया कि यह रिकॉर्ड पहले एक मिनट में 17 बार सूर्य नमस्कार करने का था. उन्होंने लगातार तीन महीनों तक रोज चार घंटे अभ्यास करके नया रिकॉर्ड एक मिनट में सबसे तेज 21 बार सूर्य नमस्कार करके बनाया है. 

विजय ने बताया कि उन्होंने लिम्का बुक और गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए भी आवेदन किया है. उन्होंने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने माता पिता के साथ ही बड़े भाई को भी दिया है. विजय अपने साथ स्कूल के बच्चों को भी रिकॉर्ड की तैयारी करवा रहे हैं. उनके इसी प्रयास का नतीजा है कि उनसे योगा के गुर सीख रहे छात्र छात्राओं ने भी 11 नये विश्व रिकॉर्ड कायम कर दिए हैं. विजय का कहना है कि जब तक वह 20 वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम नहीं कर लेंगे, तब तक ये प्रयास जारी रखेंगे. आपको बता दें कि एक सूर्य नमस्कार में 12 आसान किए जाते हैं. 

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योग शिक्षक विजय प्रकाश जोशी

विजय एक मिनट में 252 आसन करके दुनिया में सबसे तेज सूर्य नमस्कार करने वाले युवा बन गए हैं. इतना ही नही इससे पहले विजय 30 सेकेंड में 100 बार चुटकी बजाकर इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी अपना नाम दर्ज कराया था. विजय ने यह रिकॉर्ड तीन उंगलियों के प्रयोग करते हुए बनाया था. इसके अलावा, विजय कुमाऊंनी भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए भी काम कर रहे हैं. 

महज 25 वर्ष की उम्र में योग को विश्व की नई बुलंदियों पर ले जाने वाले विजय पिथौरागढ़ ज़िले को भी योगा में एक नई पहचान दिलाना चाहते हैं. विजय बीपीएड के बाद उत्तराखंड संस्कृति विश्वविद्यालय से मास्टर इन योगाचार्य की डिग्री ले चुके हैं. साथ ही वे वर्तमान में भी योगा एंड नैचुरोपैथी में डिप्लोमा कोर्स कर रहे हैं. 

 

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