JPSC: झारखंड में 7वें से 10वें JPSC एग्जाम में धांधली को लेकर सड़क से लेकर सदन तक हंगामा हो रहा है. कैंडिडेट JPSC में गड़बड़ी को लेकर बीते 50 दिन से ज्यादा सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं, वहीं BJP भी शीतकालीन सत्र में सदन के अंदर और बाहर सरकार को प्रीलिम्स के रिजल्ट रद्द करने और JPSC अध्यक्ष को बर्खास्त करने की मांग को लेकर घेर रही है.
झारखंड में 252 सीट के लिए आयोजित की गई 7वीं से 10वीं जेपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के प्रीलिम्स के रिजल्ट घोषित होने के बाद से ही उम्मीदवार आरोप लगा रहे थे कि एग्जाम में गड़बड़ी हुई है. 33 उम्मीदवार जो एग्जाम में एक के पीछे एक ही बैठे थे, उन्हें सफल घोषित किया गए था.
Jharkhand BJP MLA's staged protest at state Assembly premises against 7th Jharkhand Public Services Commission (JPSC) Examination demanding cancellation of preliminary test and CBI inquiry over alleged irregularities pic.twitter.com/shZ5AiWWuK
— ANI (@ANI) December 20, 2021आयोग ने माना है कि परीक्षा का रिजल्ट जारी करने (1 नवंबर) तक, 57 अभ्यर्थियों की OMR सीट उन्हें नहीं मिल रही थी. रिजल्ट जारी करने में देरी किए बिना इनका प्रोविजनल रिजल्ट जारी कर दिया गया. इसमें 49 अभ्यर्थियों की सीट नंबर परीक्षा में लगातार सीक्वेंस में थी, जबकि 8 को अलग-अलग जायज कारणों के आधार पर फेल कर दिया गया है.
JPSC की ओर से 7वीं से 10वीं सिविल सेवा परीक्षा का परिणाम 1 नवंबर को जारी किया गया था. इस परिणाम में कुल 4297 उम्मीदवार सफल घोषित किये गए हैं. इसमें BC-2 कैटेगरी से 244, BC-1 कैटेगरी से 401, EWS कैटेगरी से 305, SC कैटेगरी से 389, ST कैटेगरी से 1057 और अनारक्षित कैटेगरी से 1897 उम्मीदवार सफल हुए हैं.
JPSC की तरफ से बताया गया है कि इस बार की परीक्षा में पिछले साल से 4 गुना अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए थे. परीक्षा के लिए 535521 उम्मीदवारों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया था. इसमें तकरीबन 369327 उम्मीदवारों का एडमिट कार्ड जारी किया गया. 249650 उम्मीदवार परीक्षा में शामिल हुए. इनके लिए लगभग 5 लाख OMR शीट मंगवाई गई थी.
सत्यजीत कुमार