CBSE Evaluation Criteria: SC पहुंचे 1152 छात्र, 12वीं के कंपार्टमेंट एग्जाम रद्द करने की लगाई गुहार

CBSE Evaluation Criteria: देश भर के साढ़े ग्यारह सौ से ज्यादा छात्रों ने वकील मनु जेटली के जरिए दाखिल अपनी याचिका में कंपार्टमेंट, पिछले कई सालों से पास होने की उम्मीद में इम्तिहान देने वाले, पत्राचार से बारहवीं करने वाले, ड्रॉप आउट, प्राइवेट छात्रों के लिए भी नीति बनाने की मांग की है.

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CBSE Evaluation Criteria: CBSE Evaluation Criteria:

संजय शर्मा

  • नई दिल्‍ली,
  • 19 जून 2021,
  • अपडेटेड 7:34 PM IST
  • 17 जून को मार्किंग स्‍कीम पर कोर्ट ने मुहर लगाई है
  • साढ़े ग्यारह सौ से ज्यादा छात्रों ने कोर्ट में याचिका दी है

CBSE Evaluation Criteria: सुप्रीम कोर्ट ने 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के लिए CBSE के जिस फार्मूले को हरी झंडी दी थी उसे कुछ छात्रों ने चुनौती दी है. सुप्रीम कोर्ट में 1152 छात्रों ने याचिका दायर कर इस स्कीम पर सवाल उठाते हुए कुछ सुझाव भी दिए हैं. 

देश भर के साढ़े ग्यारह सौ से ज्यादा छात्रों ने वकील मनु जेटली के जरिए दाखिल अपनी याचिका में कंपार्टमेंट, पिछले कई सालों से पास होने की उम्मीद में इम्तिहान देने वाले, पत्राचार से बारहवीं करने वाले, ड्रॉप आउट, प्राइवेट छात्रों के लिए भी नीति बनाने की मांग की है. इन वर्गों के तहत परीक्षा देने वाले छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों आदि की स्वास्थ्य सुरक्षा सहित सभी जरूरी इंतजाम करने के मुद्दे भी याचिका में उठाए गए हैं. 1152 छात्रों ने सीबीएसई कक्षा बारहवीं की कम्पार्टमेंट परीक्षा को रद्द करने की मांग की है.

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सुप्रीम कोर्ट ने 03 जून को CBSE को 12वीं की परीक्षाओं की मार्किंग स्‍कीम बनाकर कोर्ट में पेश करने को कहा था. बोर्ड ने 17 जून को अपना फार्मूला कोर्ट को दिया जो कोर्ट ने मंजूर करते हुए रिकॉर्ड पर लिया. लेकिन याचिकाकर्ता छात्रों का कहना है कि इन वर्गों के छात्रों और परीक्षार्थियों को लेकर नई स्कीम उदासीन है. ये संविधान में दिए गए बुनियादी अधिकारों में समानता के अधिकारों के अनुच्छेद 14  का उल्लंघन है.

फरवरी में बोर्ड के सर्कुलर के मुताबिक कंपार्टमेंट, रिपिटिव, प्राइवेट, कॉरेस्पोंडेंस कोर्स आदि के परीक्षार्थियों के लिए प्रैक्टिकल, प्रोजेक्ट, इंटरनल असेसमेंट आदि अलग से आयोजित करने के बजाय रेगुलर छात्रों के साथ ही कराए जाएंगे. याचिकाकर्ताओं ने मांग की है कि इन वर्गों के छात्रों की आपत्तियां भी कोर्ट मंगाए और उनको भी व्यवहारिक राहत दे.

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