कितने पढ़े-लिखे थे धर्मेंद्र? पंजाब के इस गांव में की थी स्कूली पढ़ाई

धर्मेंद्र कुछ समय से उम्र से जुड़ी बीमारियों से जूझ रहे थे. 10 नवंबर को अचानक सांस लेने में दिक्कत होने पर उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल ले जाया गया था. आज उनके निधन के बाद दुनिया उन्हें उनके शानदार काम, सादगी और जिंदादिली के लिए याद कर रही है.

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89 साल की उम्र में अभिनेता धर्मेंद्र ने ली अंतिम सांस (Photo: Reuters) 89 साल की उम्र में अभिनेता धर्मेंद्र ने ली अंतिम सांस (Photo: Reuters)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 24 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 7:56 PM IST

बॉलीवुड एक्टर धर्मेंद्र देओल नहीं रहे. उन्होंने 24 नवंबर को 89 साल की उम्र में अंतिम सांस ली.  मुंबई के विले पार्ले श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार हुआ. तमाम सिने हस्तियों ने वहां पहुंचकर उन्हें अंतिम विदाई दी. धर्मेंद्र लंबे वक्त से बीमार चल रहे थे और कुछ दिनों पहले भी उन्हें अस्पताल में एडमिट करवाया गया था. धर्मेंद्र ने कम उम्र में ही फिल्म जगत में कदम रख लिया था. 

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धर्मेंद्र 12वीं की पढ़ाई करने के बाद फिल्मों में चले गए थे. उन्होंने 12वीं के बाद पढ़ाई नहीं की. धर्मेंद्र ने साल 2004 में चुनाव आयोग को दिए अपने हलफनामे में बताया था कि उन्होंने साल 1952 में पंजाब के फगवाड़ा से स्कूली पढ़ाई की थी. 

कहां से पढ़े हैं धर्मेंद्र?
धर्मेंद्र ने 12वीं की पढ़ाई फगवाड़ा के आरजी कॉलेज यानी रामगढ़िया कॉलेज से पढ़ाई की थी. कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, धर्मेंद्र का बचपन पंजाब के सानेवाल में बीता और उनका पैतृक गाँव लुधियाना ज़िले का नसराली था. उनकी शुरुआती स्कूली पढ़ाई सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, लालटन कलां, लुधियाना में हुई, जहाँ उनके पिता हेडमास्टर थे.

 इसके बाद उन्होंने 1952 में फगवाड़ा से मैट्रिक पास किया, जो उस समय पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ के अधीन आता था क्योंकि पंजाब के लगभग सभी स्कूल इसी विश्वविद्यालय से संबद्ध थे. 

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धर्मेंद्र इंटरमीडिएट यानी 12वीं पास कर चुके थे और कॉलेज में आगे की पढ़ाई भी शुरू की थी, लेकिन लंबे समय तक पढ़ाई जारी नहीं रख पाए. पढ़ाई से ज़्यादा उन्हें काम करने और आगे बढ़ने की चाह थी। इसी चाहत ने उन्हें मुंबई पहुंचा दिया, जहां उन्होंने फिल्मों में अपना करियर बनाने की कोशिश शुरू की और आगे चलकर हिन्दी सिनेमा के सबसे बड़े सितारों में शामिल हो गए.

‘शोले’, ‘सीता और गीता’, ‘चुपके चुपके’, ‘धर्मवीर’ जैसी फिल्मों से खास नाम कमाने वाले धर्मेंद्र ने 2004 में लोकसभा चुनाव जीता था. उस वक्त उन्होंने बीकानेर से बीजेपी की सीट पर चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की थी. उन्होंने बीकानेर से ही राजनीति की शुरुआती की थी और एक बार सांसद रहने के बाद उन्होंने फिर चुनाव नहीं लड़ा.

लोगों ने ऐसे किया 'हीमैन' को याद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धर्मेंद्र के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है. X पर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा कि धर्मेंद्र का जाना “एक सदी का अंत” है. उन्होंने धर्मेंद्र के काम और उनके योगदान को भावुक शब्दों में याद किया.

सोशल मीडिया पर कई कलाकारों ने नम आंखों से धर्मेंद्र को श्रद्धांजलि दी. फिल्म निर्देशक करण जौहर ने इंस्टाग्राम पर भावुक शब्दों में लिखा कि धर्मेंद्र का जाना “एक पूरे युग का अंत” है.

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करण जौहर ने यह भी याद किया कि धर्मेंद्र ने उनकी निर्देशित फिल्म रॉकी और रानी की प्रेम कहानी में काम किया था, और उनके साथ काम करना उनके लिए सम्मान की बात थी.

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