Samay Chauhan Murder Case: महाराष्ट्र के ठाणे की एक अदालत ने मंगलवार को कुख्यात गैंगस्टर सुभाष सिंह ठाकुर को पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. ठाकुर को साल 2022 के एक हत्या मामले में गिरफ्तार किया गया था. अदालत ने उसे 22 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में रखने का आदेश दिया है. इस मामले की जांच मीरा-भायंदर-वसई-विरार (MBVV) पुलिस कर रही है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी से हत्या की साजिश और नेटवर्क को लेकर पूछताछ की जाएगी. यह केस महाराष्ट्र में संगठित अपराध से जुड़ा अहम मामला माना जा रहा है.
दाऊद इब्राहिम का मेंटर!
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सुभाष सिंह ठाकुर को अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का मेंटर बताया जाता है. उसकी गिरफ्तारी को अंडरवर्ल्ड नेटवर्क के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. ठाकुर को उत्तर प्रदेश की फतेहगढ़ सेंट्रल जेल से हिरासत में लिया गया है. सोमवार को उसे महाराष्ट्र लाया गया. इस गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं.
ट्रांजिट रिमांड पर सुभाष ठाकुर
ठाणे की MBVV पुलिस ने सोमवार को ठाकुर को फतेहगढ़ सेंट्रल जेल से हिरासत में लिया है. इसके बाद उसे ट्रांजिट रिमांड पर महाराष्ट्र लाया गया. सोमवार रात उसे विरार पहुंचाया गया. पूरी कार्रवाई के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रखी गई. पुलिस का कहना है कि ठाकुर को केस से जुड़े कई अहम सवालों के जवाब देने होंगे.
प्रॉपर्टी डेवलपर की हत्या का मामला
यह मामला फरवरी 2022 का है, जब पालघर जिले के विरार के मैनवेलपाड़ा इलाके में प्रॉपर्टी डेवलपर समय चौहान की हत्या कर दी गई थी. उस समय चौहान की उम्र 32 साल थी. पुलिस के अनुसार, यह एक कॉन्ट्रैक्ट किलिंग थी. हत्या की साजिश प्रॉपर्टी विवाद से जुड़ी बताई गई है. इस केस में संगठित अपराध के एंगल की जांच शुरू से की जा रही है.
MCOCA के तहत केस दर्ज
पुलिस ने इस हत्या मामले में सख्त महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गनाइज्ड क्राइम एक्ट (MCOCA) की धाराएं भी लगाई हैं. MCOCA लगने से केस की गंभीरता और बढ़ जाती है. पुलिस का मानना है कि हत्या के पीछे संगठित गिरोह काम कर रहा था. सुभाष सिंह ठाकुर की भूमिका इसी नेटवर्क से जोड़कर देखी जा रही है.
ठाणे कोर्ट में पेशी और रिमांड
मंगलवार को ठाकुर को ठाणे स्थित स्पेशल जज वीजी मोहिते की अदालत में पेश किया गया. सुनवाई के बाद कोर्ट ने उसे 22 दिसंबर तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया. जांच टीम का कहना है कि रिमांड के दौरान आरोपी से गहन पूछताछ की जाएगी. पुलिस यह जानना चाहती है कि हत्या की साजिश में उसकी भूमिका क्या थी?
प्रॉपर्टी विवाद से जुड़ी हत्या की साजिश
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, स्थानीय बिल्डर राहुल दुबे और समय चौहान के बीच प्रॉपर्टी को लेकर विवाद था. इसी विवाद ने चौहान की कॉन्ट्रैक्ट किलिंग की राह बनाई. पुलिस का दावा है कि दुबे ने हत्या की साजिश रची. इसी कड़ी में शूटरों को हायर किया गया. यह विवाद धीरे-धीरे खतरनाक अंजाम तक पहुंच गया.
शूटर और साजिशकर्ता गिरफ्तार
इस मामले में राहुल दुबे को बिहार के बलिया से गिरफ्तार किया गया था. गोली मारने वाले शूटरों की पहचान मनीष सिंह और राहुल शर्मा (34) के रूप में हुई. राहुल शर्मा और उसका साथी अभिषेक सिंह (30) को 29 मार्च को वाराणसी से पकड़ा गया. दोनों बाइक पर सवार होकर आए थे और उन्होंने समय चौहान को गोली मार दी थी. पुलिस अब पूरे नेटवर्क की कड़ियां जोड़ने में जुटी है.
कौन है सुभाष ठाकुर?
नए काम की तलाश में जब सुभाष ठाकुर उर्फ बाबा ने पहली बार मायानगरी मुम्बई में कदम रखा, तभी वो जुर्म की दुनिया के करीब जा पहुंचा था. वहां रहते हुए ही बाबा ने अपराध की दुनिया में कदम रख दिया था. इसके बाद उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा. वो एक बाद एक ताबड़तोड़ वारदातों को अंजाम दे रहा था. जुर्म की काली दुनिया में उसका नाम तेजी से मशहूर हो रहा था. उसके नाम की दहशत भी मुंबई में नजर आने लगी थी. बाबा का नाम मुंबई अंडरवर्ल्ड छाने लगा था. वो वहां के बिल्डरों और बड़े कारोबारियों पर शिकंजा कसता जा रहा था. एक वक्त था जब उसका कारोबार यूपी से लेकर मुम्बई तक फैला हुआ था.
ठाकुर को मेंटर मानता था दाऊद
जिस दौर में सुभाष ठाकुर का नाम जरायम की दुनिया में चमक रहा था. तभी मुम्बई पुलिस के एक कांस्टेबल का बेटा दाऊद इब्राहिम कासकर अपराध की दुनिया में एंट्री करता है. मगर इस काली दुनिया में दाऊद को भी किसी गुरु की ज़रूरत थी. इसी वजह से वो सुभाष ठाकुर के दरबार में पहुंचा. बाबा ने उसे अपना शिष्य बना लिया. फिर उसे जरायम की दुनिया के पाठ पढ़ाए. वहीं से दाऊद ने जुर्म करने के तरीके सीखे. वहीं से वो पहले एक कुख्यात गैंगस्टर बना और फिर मुंबई का सबसे बड़ा माफिया डॉन बन गया था.
मुंबई धमाकों के बाद छूटा साथ
सबको मालूम था कि दुनिया के कुख्यात अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का गुरू सुभाष ठाकुर उर्फ बाबा है. दाऊद भी बाबा को बहुत मानता था लेकिन कुछ सालों बाद ही दोनों का रिश्ता टूट गया. जिसकी वजह थे मुम्बई में 1992 के दौरान हुए सीरियल ब्लास्ट. उसी वक्त सुभाष ठाकुर और दाऊद इब्राहिम हमेशा के लिए अलग हो गए थे.
परवेज़ सागर