फर्जी पासपोर्ट पर पंजाब के शख्स को कनाडा भेजने की कोशिश... ऐसे पुलिस के हत्थे चढ़े तीन ट्रैवल एजेंट

दिल्ली पुलिस ने एक बयान में बताया कि पूछताछ करने पर यात्री ने अपनी असली पहचान पंजाब के मोहाली निवासी मनप्रीत सिंह (40) के रूप में बताई. इसके बाद मनप्रीत ने कबूल किया कि उसने फर्जी पासपोर्ट पर कनाडा की यात्रा कराने के लिए एजेंट रूपेंद्र सिंह (29) को 20 लाख रुपये एडवांस में दिए थे.

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पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है (फोटो- Meta AI) पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है (फोटो- Meta AI)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 16 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 8:25 PM IST

दिल्ली पुलिस ने पंजाब के एक व्यक्ति को फर्जी पासपोर्ट पर कनाडा भेजने की कोशिश करने वाले तीन ट्रैवल एजेंटस् को गिरफ्तार किया है. पुलिस के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि यह मामला उस वक्त सामने आया, जब 10 अप्रैल को कमलजीत सिंह नाम के भारतीय पासपोर्ट वाले एक व्यक्ति ने आईजीआई एयरपोर्ट से टोरंटो के लिए उड़ान भरने की कोशिश की. 

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दरअसल, कमलजीत सिंह नाम का वो शख्स जब अपना भारतीय पासपोर्ट लेकर आईजीआई एयरपोर्ट पर मौजूद आव्रजन जांच के लिए अधिकारियों के पास पहुंचा तो अफसरों को उस पर शक हुआ, क्योंकि पासपोर्ट पर लगी तस्वीर उस व्यक्ति से मेल नहीं खा रही थी. 

दिल्ली पुलिस ने एक बयान में बताया कि पूछताछ करने पर यात्री ने अपनी असली पहचान पंजाब के मोहाली निवासी मनप्रीत सिंह (40) के रूप में बताई. इसके बाद मनप्रीत ने कबूल किया कि उसने फर्जी पासपोर्ट पर कनाडा की यात्रा कराने के लिए एजेंट रूपेंद्र सिंह (29) को 20 लाख रुपये एडवांस में दिए थे. उसने बताया कि कुल सौदा 32 लाख रुपये में तय हुआ था. 

आरोपी के बयान के अनुसार, मनप्रीत की मुलाकात एक दोस्त के ज़रिए रूपेंद्र से हुई और बाद में वह अपने साथियों- गुजरात के हरीश चौधरी (24) और उत्तर प्रदेश के विशाल धीमान (27) से दिल्ली के महिपालपुर के एक होटल में मिला. उन्होंने बताया कि होटल में उन्होंने मनप्रीत को नकली पासपोर्ट सौंप दिया और बाद में उसे एयरपोर्ट तक ले गए.

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इसके बाद रूपेंद्र, हरीश और विशाल को हिमाचल प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया गया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ़ एफ़आईआर दर्ज कर ली है और उनके वित्तीय लेन-देन की जांच कर रहे हैं और इसी तरह के आव्रजन धोखाधड़ी में उनकी संलिप्तता की जांच चल रही है.

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