राजधानी दिल्ली में तैनात एक महिला सब इंस्पेक्टर समेत चार पुलिसवालों ने अपनी वर्दी को दागदार कर दिया. दिल्ली पुलिस की उस महिला सब इंस्पेक्टर पर 20 लाख रुपये वसूलने का संगीन आरोप लगा है. इसके बाद महिला एसआई समेत चार पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
आरोपी महिला सब इंस्पेक्टर की पहचान नीतू बिष्ट के तौर पर हुई है. उसके खिलाफ दिल्ली की आउटर जिला पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. नीतू बिष्ट पश्चिम विहार ईस्ट थाने में तैनात थी. सिर्फ नीतू बिष्ट ही नहीं, बल्कि एक डॉक्टर से 20 लाख रुपये वसूलने के आरोप में चार और लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, जिनमें तीन पुलिसवाले शामिल हैं.
दरअसल, इस वसूली के मामले में डॉक्टर नीरज सिंह ने शिकायत दर्ज करवाई है. उन्होंने आरोपी पुलिसवालों की शिकायत विजिलेंस विभाग में की थी. जिसके बाद विभाग ने जांच कराई तो आरोपी पुलिसवालों को दोषी पाया गया. FIR में डॉक्टर नीरज कुमार सिंह ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं. पूरा मामला 25 जुलाई का है और थाना पश्चिम विहार ईस्ट (दिल्ली) में FIR नंबर 0236 के तहत दर्ज हुआ है.
डॉ. नीरज कुमार सिंह दिल्ली में एक एजुकेशनल कंसल्टेंसी कंपनी चलाते हैं. आरोप के मुताबिक, 25 जुलाई की सुबह करीब 10 बजे तीन लोग उनके दफ्तर में दाखिल हुए. उनमें से एक पुलिस की वर्दी में था, जिसका नाम विशाल चिल्लर है. बाकी दो लोग सिविल ड्रेस में थे. एक अन्य आरोपी की पहचान अजय कश्यप के तौर पर हुई, जो रोहिणी सेक्टर-3 का निवासी है.
तीनों लोगों ने उनके ऑफिस में घुसते ही जबरदस्ती CCTV कैमरा बंद करवा दिया और DVR की वायर निकाल दी. इसके बाद वे लोग नीरज कुमार और उनके दो स्टाफ के सदस्यों को जबरन अपनी कार (स्विफ्ट डिज़ायर) में बैठाकर एक घर में ले गए. फिर वहां से उन्हें एक पुलिस बूथ पर ले जाया गया. आरोप है कि वहां उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया.
साथ ही आरोपियों ने उन्हें धमकी देते हुए कहा कि अगर उन्हें 20 लाख रुपये नहीं दिए, तो उन्हें फंसा दिया जाएगा. फिर आरोपियों ने डॉक्टर नीरज पर दबाव बनाकर उनसे 10 लाख रुपये ट्रांसफर करवाए और 6.5 लाख रुपये चेक से नकद निकलवाए. उनके जानने वाले रियाज़ ने 4 लाख रुपये अजय कश्यप को दिए. कुल 20.5 लाख रुपये वसूले गए. इसके बाद जाकर डॉक्टर नीरज को छोड़ा गया.
शिकायत मिलने के बाद जब विजिलेंस ब्रांच ने इस मामले की जांच शुरू की तो अजय कश्यप को बुलाकर पूछताछ की गई. उसने कुबूल किया कि उसने पूरे 10 लाख 50 हजार रुपये एसआई नीतू बिष्ट (पश्चिम विहार ईस्ट थाने में तैनात) को सौंपे थे.
इसके बाद पुलिस ने इस बाबत जिन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया, उनमें खुद को मध्यस्थ बताने वाला अजय कश्यप, एसआई नीतू बिष्ट, हेड कॉन्स्टेबल विशाल चिल्लर, हेड कॉन्स्टेबल अजीत सिंह और कॉन्स्टेबल प्रमोद शामिल हैं. यह मामला पूरे दिल्ली पुलिस महकमे में चर्चा का विषय बना हुआ है.
चिराग गोठी