दिल्ली पुलिस ने साफ किया है कि विकासपुरी में डॉक्टर पंकज नारंग की हत्या का कोई धार्मिक एंगल नहीं है. दिल्ली पुलिस ने लोगों से सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान ने देने की अपील की है. इस संबंध में बाकायदा दिल्ली पुलिस की डीसीपी मोनिका भारद्वाज ने ट्वीट भी किया है.
डीसीपी मोनिका भारद्वाज ने ट्वीट करते हुए लिखा कि विकासपुरी में डॉक्टर की हत्या के मामले में नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. जिनमें चार आरोपी नाबालिग हैं. इस हत्याकांड का कोई धार्मिक पहलू नहीं है. जैसा कि कुछ लोग अफवाह फैलाने की कोशिश में लगे हैं. वे जनता से अपील करते हैं कि शांति व्यवस्था बनाए रखें.
डीसीपी मोनिका ने एक अन्य ट्वीट में साफतौर पर लिखा कि पकड़े गए नौ आरोपियों में से 5 हिंदू हैं. पहली बार जब झगड़ा हुआ था तब भी दो में से एक आरोपी हिंदू था. पकड़े गए सभी मुस्लिम आरोपी बांग्लादेश के नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं.
दिल्ली पुलिस के इस कदम के बाद बीजेपी की तरफ से भी बयान जारी कर कहा गया कि यह एक दुखद घटना है. इसे किसी भी हाल में धार्मिक रूप देने की कोशिश करना गलत है. ऐसा नहीं किया जाना चाहिए.
बताते चलें कि दिल्ली के विकासपुरी में हुए इस हत्याकांड के बाद कुछ लोग फेसबुक और ट्विटर के माध्यम से अफवाह फैला रहे हैं कि हत्या की इस वारदात के पीछे धर्म एक वजह था.
इसी के बाद दिल्ली पुलिस ने आगे आकर इस बात को साफ किया कि यह हत्या एक रोडरेज की वारदात का नतीजा है. जिसमें एक गुट ने एक आदमी को पीट-पीटकर मार डाला. इससे ज्यादा इसका कोई मकसद नहीं था. कुछ असामाजिक लोग बेवजह माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं.
परवेज़ सागर