Omicron Variant in India: कोरोना का नया ओमिक्रॉन वैरिएंट अब डराने लगा है. बीते 24 घंटे में देश में ओमिक्रॉन के 12 नए केस सामने आए हैं. देश में अब तक ओमिक्रॉन के 73 मामले सामने आ चुके हैं. सबसे ज्यादा 32 केस महाराष्ट्र में हैं. महाराष्ट्र में जनवरी में ओमिक्रॉन की लहर आने की आशंका जताई गई है. मुंबई में आज से 31 दिसंबर तक धारा 144 लगा दी गई है. दिल्ली में भी कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं.
बीते 24 घंटे में महाराष्ट्र और केरल में 4-4, तेलंगाना में 2, बंगाल और तमिलनाडु में 1-1 मामले सामने आए. बुधवार को पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और तमिलनाडु में पहला केस आया.
देश में 2 दिसंबर को ओमिक्रॉन का पहला केस आया था और तब से अब तक ये 11 राज्यों में फैल चुका है. ओमिक्रॉन के अब तक महाराष्ट्र में 32, राजस्थान में 17, दिल्ली में 6, केरल में 5, गुजरात में 4, कर्नाटक में 3, तेलंगाना में 2 मरीज मिल चुके हैं. इनके अलावा आंध्र प्रदेश, चंडीगढ़, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में भी एक-एक केस आ चुका है.
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महाराष्ट्र में जनवरी में ओमिक्रॉन की लहर का डर
- ओमिक्रॉन के महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 32 केस आ चुके हैं. राहत की बात ये है कि इनमें से 25 ठीक भी हो चुके हैं. हालांकि, महाराष्ट्र में जनवरी में ओमिक्रॉन की लहर आने का डर है. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग के एसीएस डॉ. प्रदीप व्यास ने कैबिनेट मीटिंग में बताया कि राज्य में जनवरी में ओमिक्रॉन के मामले तेजी से बढ़ सकते हैं.
- नए साल और क्रिसमस को देखते हुए मुंबई में 16 से 31 दिसंबर तक धारा-144 लगा दी गई है. इसके साथ ही कई पाबंदियां भी लगा दी गईं हैं. किसी भी तरह के बड़े कार्यक्रम और जमावड़ों को करने की मनाही है. किसी भी कार्यक्रम में वेन्यू की 50 फीसदी क्षमता के मुताबिह ही लोगों को आने की इजाजत है.
दिल्ली में भी कई तरह की पाबंदियां लगाई गईं
- राजधानी दिल्ली में ओमिक्रॉन के 6 केस आ चुके हैं. यहां भी नए साल और क्रिसमस के चलते मामले बढ़ने की आशंका के बीच कई पाबंदियां लगा दी गईं हैं. ये पाबंदियां 31 दिसंबर तक लगाई गई हैं. दिल्ली में बार और रेस्टोरेंट में 50 फीसदी लोगों को ही बैठने की अनुमति रहेगी.
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दूसरी लहर जैसे हालात न हों, इसलिए केंद्र ने तैयारी तेज की
- कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी होने के चलते कई मरीजों की जान चली गई थी. ऐसे हालात दोबारा न बनें, इसके लिए केंद्र ने तैयारियां तेज कर दी हैं. ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र ने सभी राज्यों को ऑक्सीजन प्लांट की मॉक ड्रिल करने की सलाह दी है ताकि ये सुनिश्चित हो सके कि वो पूरी तरह से चालू हैं या नहीं.
- बुधवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने जल्द से जल्द ऑक्सीजन ऑडिट रिपोर्ट को कम्प्लीट करने और उसे पोर्टल पर अपडेट करने की अपील की. साथ ही उन्होंने इसी महीने मॉक ड्रिल पूरी करने को कहा है.
- सरकार के मुताबिक, देश में इस समय 3 हजार 246 पीएसए प्लांट इंस्टॉल हैं, जिससे 3 हजार 783 मीट्रिक टन ऑक्सीजन बनाई जा सकती है. इसके अलावा अब तक 1.14 लाख से ज्यादा ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स भी पीएम केयर्स फंड के जरिए राज्यों को दिए गए हैं.
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