Omicron के बाद कोरोना के एक और वैरिएंट का वैज्ञानिकों ने लगाया पता, 46 बार बदल चुका है रूप

Omicron के बाद कोरोना का एक और वैरिएंट (Variant IHU) मिला है. कोविड का यह स्ट्रेन 46 बार म्यूटेशन कर चुका है. शोधकर्ता इसको लेकर चिंता में हैं.

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Omicron के बाद Variant IHU मिला है (सांकेतिक फोटो) Omicron के बाद Variant IHU मिला है (सांकेतिक फोटो)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 04 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 2:33 PM IST
  • ओमिक्रॉन के बाद कोरोना का नया वैरिएंट मिला
  • नए वैरिएंट का नाम फिलहाल Variant IHU रखा गया है

New Covid Variant IHU: कोरोना संकट के बीच एक और चिंता बढ़ाने वाली खबर सामने आई है. ओमिक्रॉन (Omicron) के बाद वैज्ञानिकों ने कोरोना के एक और वैरिएंट (Variant IHU) का पता लगाया है. जानकारी के मुताबिक, Variant IHU पूरे 46 बार रूप बदल चुका है. माना जा रहा है कि यह मूल कोविड वायरस के मुकाबले ज्यादा टीका प्रतिरोधी और संक्रामक हो सकता है.

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न्यूज वेबसाइट डेली मेल के मुताबिक, Variant IHU की खोज फ्रांस में हुई है. फ्रांस के मारसैल (Variant IHU in Marseille) में नए वैरिएंट के 12 मामले सामने आए हैं. ये मामले उन लोगों में देखने को मिले हैं जो अफ्रीकी देश कैमरून से लौटे थे.

फ्रांस में फिलहाल ओमिक्रॉन का कहर

फिलहाल Variant IHU कितना घातक और संक्रामक होगा यह साफ नहीं है. क्योंकि फिलहाल फ्रांस में ओमिक्रॉन वैरिएंट का कहर है. आ रहे कुल कोरोना केसों में से 60 फीसदी ओमिक्रॉन के हैं. इस वैरिएंट को Méditerranée Infection Foundation ने 10 दिसंबर को खोजा था. राहत की बात यह है कि फिलहाल Variant IHU तेजी से नहीं फैल रहा है.

अभी यह भी देखना बाकी है कि क्या अन्य देशों में भी Variant IHU पहुंचा है. फिर वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) इसे वैरिएंट अंडर इंवेस्टिगेशन का लेबल देकर आगे जांच करेगा. Variant IHU को B.1.640.2 भी कहा गया है. बताया गया है कि यह B.1.640 से अलग है जो कि सितंबर में कांगो में मिला था.

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नए वैरिएंट की खोज करने वाली टीम के प्रमुख प्रोफेसर फिलिप कोलसन ने कहा कि टेस्ट में पाया गया है कि यह E484K म्यूटेशन से बना है जो इसे अधिक वैक्सीन प्रतिरोधी बनाता है. मतलब इसपर वैक्सीन का प्रभाव हो, इसके चांस कम हैं.

भारत में तेजी से बढ़ रहे ओमिक्रॉन के मामले

Variant IHU से पहले ओमिक्रॉन वैरिएंट मिला था. अफ्रीका से होते हुए यह वैरिएंट बहुत से देश में पहुंच चुका है, जिसमें भारत भी शामिल है. इसे डेल्टा या डेल्टा प्लस जितना घातक को नहीं माना जा रहा, लेकिन यह उसके मुकाबले काफी तेजी से फैल रहा है.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि देश में ओमिक्रॉन के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 1,892 हो चुकी है. महाराष्ट्र और दिल्ली में ओमिक्रॉन के सबसे ज़्यादा 568 और 382 मामले हैं. ओमिक्रोन के 1,892 मरीज़ों में से 766 मरीज़ रिकवर हो गए हैं.

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