सभी के लिए घर जरूरी है. लेकिन क्या जॉब (Job) पकड़ते ही सबसे पहले घर खरीदना चाहिए? क्या घर इतना जरूरी है कि सबसे पहले उसके बारे में फैसला लेना चाहिए. दरअसल, आज की तारीख में 20 से 25 साल की उम्र में युवा जॉब करना शुरू कर देता है, तो क्या पहली कमाई के साथ ही घर के बारे में सोचना शुरू कर देना चाहिए, या फिर अपना घर खरीदने का सही उम्र क्या होनी चाहिए, अगर आप भी घर खरीदने की सोच रहे हैं तो पहले ये जान लीजिए कि कब आपको घर खरीदना चाहिए? घर खरीदने के लिए कितनी सैलरी होनी चाहिए? साथ ही घर जरूरी है भी या नहीं?
बता दें, कुछ युवा नौकरी पकड़ते ही सबसे पहले घर खरीद लेते हैं, खासकर मेट्रो शहरों में फ्लैट खरीदने का प्रचलन है. ये संभव इसलिए भी है कि आसानी से होम लोन मिल जाता है, और डाउन पेमेंट (Down Payment) में पूरी सेविंग झोंक देते हैं. घर के साथ इमोशनल एंगल जुड़ा होता है. इसलिए हमारे देश में रोटी, कपड़ा के बाद सबसे ज्यादा मकान को तरजीह दिया जाता है.
नौकरी पकड़ते क्यों नहीं घर खरीदें?
वित्तीय तौर पर देखें तो नौकरी पकड़ते ही सबसे पहले घर नहीं खरीदना चाहिए, इसके कई नुकसान हैं, जो आपको वित्तीय तौर पर आगे बढ़ने से रोकता है. अगर आप नौकरी पकड़ते ही सबसे पहले घर खरीद लेते हैं तो फिर वित्तीय तौर पर आप कोई दूसरा फैसला लेने की स्थिति में नहीं रहते.
अगर घर की जरूरत है तो भी शुरुआत में किराये पर रहकर वित्तीय तौर पर सक्षम बन सकते हैं. नियम कहता है कि कम से कम नौकरी के 10 साल के बाद घर खरीदने के बारे में फैसला लेना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि करीब 10 साल तक किराये पर रहकर मोटी राशि बचा सकते हैं, और उसके बाद मनमुताबिक घर खरीद सकते हैं. साथ ही दूसरे वित्तीय फैसले भी ले सकते हैं. अगर आप 25 साल में नौकरी पकड़ लेते हैं तो फिर 35 के आसपास में घर खरीदें, वहीं अगर 20 साल में जॉब पकड़ते हैं तो 30 साल की उम्र में घर खरीदने का फैसला ले सकते हैं.
उदाहरण के लिए अगर शुरुआत में आपकी सैलरी 50 हजार रुपये महीने है तो, 10 साल के बाद कितनी होगी, सबसे पहले इस बारे में सोचिए, एक अनुमान के मुताबिक 6-7 साल में अधिकतर लोगों की सैलरी दोगुनी हो जाती है, इस हिसाब से 10 साल में सैलरी बढ़कर करीब डेढ़ लाख रुपये के आसपास होगी. जानकार बताते हैं कि कम से कम 1.20 लाख रुपये सैलरी तो बढ़कर जरूर हो जाएगी.
10 साल पैसे बचाएं फिर घर के बारे में सोचें
अब आप खुद जोड़िए कि 10 साल तक किराये पर रहकर कितना पैसा बचा लेंगे. इस हिसाब से जब आप 10 साल के बाद घर खरीदने के लिए जाएंगे, तो अभी के मुकाबले बेहतर घर खरीद पाएंगे, EMI को लेकर ज्यादा टेंशन नहीं होगी, और शुरुआती 10 साल में बचाए पैसे से आप होम लोन का डाउन पेमेंट भी आसानी कर पाएंगे. साथ ही बड़ा फायदा ये होगा कि दूसरे काम के लिए भी आपके पास मोटा फंड रहेगा. आप शादी, बच्चों की पढ़ाई और रिटायरमेंट का भी प्लान कर सकते हैं. ऐसे में सीधा जवाब है कि नौकरी पकड़ते ही अगर आप घर खरीदते हैं तो 20 साल तक EMI के चक्कर में फंस कर रह जाएंगे. आगे आप सेविंग के बारे में सोच नहीं पाएंगे, क्योंकि सैलरी आते ही EMI के बाद उतने पैसे बचेंगे, जिससे आप घर के खर्चे पूरे कर सकते हैं, चाहकर भी सेविंग नहीं कर पाएंगे.
इसके अलावा जॉब प्रोफाइल के हिसाब से घर खरीदना चाहिए. अगर आप सबसे पहले घर ले लेते हैं तो एक तरह से आप उस शहर में बंधकर रह जाएंगे. अधिकतर लोग करियर ग्रोथ की वजह से शुरुआती दौर में एक शहर से दूसरे शहर में शिफ्ट हो जाते हैं. लेकिन अगर पहली नौकरी के साथ ही घर खरीद लेने पर लोग नौकरी बदलने की स्थिति में नहीं रहते. क्योंकि नए शहर में जाकर किराये पर रहना और फिर अपने घर को किराये पर देना वो उचित नहीं समझते. अगर सेक्योर जॉब नहीं है तो फिर हड़बड़ी में घर न खरीदें.
घर खरीदने के लिए कितनी होनी चाहिए सैलरी
नौकरी-पेशा लोगों को तब घर खरीदना चाहिए, जब होम लोन की EMI की राशि कमाई यानी सैलरी का केवल 20 से 25 फीसदी हिस्सा हो. उदाहरण के तौर पर अगर आपकी मंथली सैलरी 1 लाख रुपये है, तो आप 25 हजार रुपये मंथली होम लोन की EMI चुका सकते हैं. लेकिन अगर सैलरी 50 से 70 हजार रुपये के बीच है और होम लोन लेकर घर खरीदते हैं, तो वित्तीय तौर पर ये फैसला गलत माना जाएगा. आप लोन के जाल में फंस सकते हैं. क्योंकि अधिकतर लोग होम लोन कम से कम 20 साल के लिए लेते हैं.
लेकिन अगर घर की कीमत 30 लाख रुपये से अधिक है, फिर 50 से 70 हजार की सैलरी वालों के लिए किराये पर ही रहने में फायदा है. इस दौरान हर महीने बचत पर फोकस करें, और जब सैलरी एक लाख रुपये के आसपास पहुंच जाए, फिर अधिक डाउन पेमेंट कर घर खरीद सकते हैं. जितना अधिक डाउन पेमेंट करेंगे, उतनी कम EMI बनेगी. वित्तीय तौर पर माना जाता है कि अगर किसी की सैलरी एक लाख रुपये है, तो वो 30 से 35 लाख रुपये तक का घर खरीदने का फैसला ले सकता है. वहीं अगर सैलरी डेढ़ लाख रुपये महीने है, तो 50 लाख रुपये तक घर खरीदना सही रहेगा. यानी हर हाल में सैलरी का अधिकतम 25 फीसदी राशि ही होम लोन की EMI होनी चाहिए.
अमित कुमार दुबे