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इन 3 बैंकों के विलय पर मोदी सरकार की मुहर, मूडीज ने कहा- सही फैसला

अमित कुमार दुबे
  • 18 सितंबर 2018,
  • अपडेटेड 6:01 PM IST
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बैंकिंग सेक्टर में सुधार के लिए मोदी सरकार के द्वारा उठाए जा रहे कदमों को मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने सराहा है. बैंकों के विलय के फैसले को मूडीज ने सही समय पर सही कदम बताया है. (Photo: getty)

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मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने मंगलवार को कहा कि बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक और देना बैंक का विलय करने की योजना से इनकी दक्षता तथा संचालन में सुधार होगा.

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सरकार ने देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक बनाने के लिए सोमवार को तीन सार्वजनिक बैंकों के विलय की घोषणा की. सरकार ने ऋण एवं आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिये यह कदम उठाया है.

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मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस की उपाध्यक्ष (वित्तीय संस्थान समूह) अल्का अंबरसु ने कहा, 'तीन सार्वजनिक बैंकों- बैंक ऑफ बडौदा, विजया बैंक और देना बैंक का विलय करने की भारत सरकार की योजना ऋण सकारात्मक है और इससे बैंकों का संचालन बेहतर करने की दक्षता में वृद्धि होगी.' (Photo: getty)

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मूडीज ने कहा कि विलय के बाद निकाय के पास लोन के हिसाब से करीब 6.8 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी होगी. इस हिसाब से यह देश का तीसरा बड़ा बैंक हो जाएगा.

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उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि विलय के बाद निकाय को सरकार से पूंजीगत समर्थन की जरूरत होगी अन्यथा विलय से उनका पूंजीगत स्वरूप नहीं सुधरेगा. (Photo: getty)

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दरअसल बैंक आफ बड़ौदा, विजया बैंक और देना बैंक के विलय से देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक अस्तित्व में आ जाएगा. पिछले साल सरकार ने देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक में उसके पांच सहयोगी बैंकों और भारतीय महिला बैंक का विलय किया था. इसके बाद स्टेट बैंक दुनिया के शीर्ष 50 बैंकों में शामिल हो गया. (Photo: getty)

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वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इसकी घोषणा करते हुये कहा विलय-एकीकरण हमेशा ही सरकार के एजेंडा का हिस्सा रहा है और पिछले साल सहयोगी बैंकों का विलय इसी दिशा में उठाया गया कदम रहा है.

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देश में तीन बैंकों का आपस में विलय का यह अपनी तरह का पहला मामला होगा. इन तीनों बैंकों का कुल 14.82 लाख करोड़ रुपये का कारोबार है. इनके विलय से देश में भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक के बाद यह तीसरा बड़ा बैंक अस्तित्व में आयेगा.

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इन तीनों बैंकों के विलय के बाद सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की संख्या घटकर 19 रह जायेगी. जेटली ने कहा कि इस एकीकरण से एक मजबूत वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी बैंक बनेगा, इससे अर्थव्यवस्था की गति बढ़ाने में मदद मिलेगी. (Photo: getty)

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