इजरायल ने ईरान पर बड़ा हमला कर दिया है. ईरान की राजधानी तेहरान में कई बम गिराए गए हैं. इजरायल ने ईरानी आर्मी के ठिकानों और उसने न्यूक्लियर ठिकानों पर हमला किया है. इस हमले के बाद अब ग्लोबल टेंशन बढ़ चुका है, जिस कारण शेयर बाजार भी प्रभावित होने वाला है. गिफ्ट निफ्टी का अनुमान देखें तो यह 355 अंक गिरा हुआ है, जो एक बड़े गिरावट का संकेत दे रहा है.
ईरान पर हमले से क्रूड ऑयल के दाम में भी तेज उछाल आने की संभावना है. इतना ही नहीं दुनिया भर में महंगाई का खतरा भी मंडराने लगा है. वहीं ईरान पर हमले से अब यह माना जा रहा है कि कुछ और देश इस युद्ध में शामिल हो सकते हैं, जिस कारण जियो पॉलिटिकल टेंशन बढ़ चुका है और बाजार में बड़ी गिरावट के संकेत दिखने लगे हैं.
इजरायल के ईरान पर हमले से सबसे ज्यादा प्रभावित ऑयल कंपनियों के शेयर होंगे. इसके अलावा, ऑटो और IT सेक्टर्स भी दबाव में दिख सकते हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि ईरान पर हमले से ग्लोबल स्तर के शेयर बाजार प्रभावित होंगे.यह गिरावट काफी बड़ी हो सकती है.
कल भी आई थी गिरावट
भारतीय शेयर बाजार में कल यानी गुरुवार को भी गिरावट देखने को मिली थी. Nifty 1% या 253 अंक टूटकर 24,888.20 पर क्लोज हुआ था. वहीं Sensex की बात करें तो यह 1% या 883 अंक गिरकर 81,691.98 पर क्लोज हुआ था. वहीं निफ्टी बैंक में 377 अंकों की गिरावट देखने को मिली और यह 56,082.55 पर क्लोज हुआ.
क्रूड ऑयल के दाम में बड़ी उछाल
इजरायल का ईरान पर हमले से कच्चे तेल की आपूर्ति को लेकर टेंशन गहराता हुआ दिख रहा है. WTI Crude Oil के दाम 9.22% टूटकर 74.36 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहे थे. वहीं ब्रेंट क्रूड ऑयल के दाम भी 8.84 फीसदी चढ़कर 75.49 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहे थे. कच्चे तेल के दाम में यह तेजी दिखाता है कि शेयर बाजार में दबाव रहेगा और महंगाई बढ़ सकती है.
अमेरिका का क्या है इस हमले पर रुख?
विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने साफ किया कि इस हमले में हम शामिल नहीं हैं. यह इजरायल की एकतरफा कार्रवाई है. हमारी प्राथमिकता अमेरिकी सुरक्षा बलों की सेफ्टी को लेकर है. हालांकि अमेरिका को यह टेंशन भी है कि अगर अमेरिका तेल आपूर्ति बाधित करता है तो यह अमेरिकी उपभोक्ताओं के लिए महंगाई और राजनीतिक दबाव पैदा कर सकता है.
(नोट- किसी भी शेयर में निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.)
आजतक बिजनेस डेस्क