इंडिया टुडे के गौरवशाली 50 साल पूरे होने पर शुक्रवार को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE), मुंबई में एक खास सेरेमोनियल बेल रिंगिंग समारोह का आयोजन किया गया. इस मौके पर इंडिया टुडे ग्रुप के चेयरमैन अरुण पुरी, वाइस चेयरपर्सन व एक्जीक्यूटिव एडिटर-इन-चीफ कली पुरी और मीडिया जगत और वित्तीय दुनिया के कई बड़े नाम मौजूद रहे और इंडिया टुडे के इस गौरवशाली इतिहास को यादगार बनाया. अरुण पुरी ने कहा कि NSE पर सेरेमोनियल बेल रिंगिंग समारोह ने इंडिया टुडे के लिए एक नया चैप्टर जोड़ दिया है.
इस समारोह में इंडिया टुडे ग्रुप के चेयरमैन और एडिटर-इन-चीफ अरुण पुरी, वाइस चेयरपर्सन व एक्जीक्यूटिव एडिटर-इन-चीफ कली पुरी ने बेल बजाकर इस नए चैप्टर की शुरुआत की. अरुण पुरी ने कहा कि यह बेल सिर्फ एक पारंपरिक समारोह नहीं है, बल्कि इंडिया टुडे ग्रुप के अगले 50 सालों की प्रेरणा और नई उपलब्धियों की शुरुआत का प्रतीक है. रिंगिंग बेल की गूंज एक तरह से संस्थान की सफलता की गूंज है. उन्होंने मीडिया, पत्रकारिता और सूचना के क्षेत्र में समूह की यात्रा और योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला. पूरे समारोह में एक उत्साहपूर्ण माहौल था, जहां उपस्थित लोगों ने समूह की सफलता और भविष्य की योजनाओं को लेकर सकारात्मक उम्मीदें जाहिर कीं.
कार्यक्रम के दौरान आने वाले समय में डिजिटल मीडिया, सूचना प्रौद्योगिकी और वैश्विक मीडिया सहयोग के क्षेत्रों में और विस्तार की योजनाओं का संकेत भी दिया. अरुण पुरी ने कहा कि पहले एडिशन के शुरू होने के साथ ही हमारा मिशन साहस के साथ कवरेज, हमेशा सच दिखाना और सूचना जैसी है वैसा ही दिखाना रहा है.
अरुण पुरी ने आगे कहा कि आज मीडिया का क्षेत्र बहुत बदल गया है. अब डिजिटल प्लेटफॉर्म, मोबाइल और वीडियो कंटेंट ज्यादा लोकप्रिय हो रहे हैं, इसलिए इंडिया टुडे ग्रुप भी इन क्षेत्रों में आगे बढ़ रहा है. उन्होंने विश्वास जताया कि डिजिटल युग में भी समूह अपनी गुणवत्ता और विश्वसनीय समाचार देने की परंपरा बनाए रखेगा. अरुण पुरी ने यह भी कहा कि जब वे शुरुआत में इंडिया टुडे मैग्जीन लॉन्च कर रहे थे, तब उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि यह समूह इस मुकाम तक पहुंचेगा. उन्होंने समूह के टीम-वर्क, निरंतर प्रयास और दृढ़ता को सफलता का मुख्य कारक बताया. उन्होंने यह विश्वास दिलाया कि डिजिटल युग में भी समूह अपनी गुणवत्ता और विश्वसनीय समाचार देने की परंपरा बनाए रखेगा.
50 साल का शानदार सफर
अरुण पुरी ने कहा कि 1975 में इंडिया टुडे मैगजीन की पहली एडिशन से ही ग्रुप का मिशन स्पष्ट था, देश के सामने सच रखना, साहस के साथ कठिन सवाल पूछना, और भारत की वास्तविक तस्वीर पेश करना. 50 साल के बाद भी यह मिशन सिर्फ कायम नहीं है, बल्कि और अधिक मजबूत हुआ है.
इस मौके पर सफर 'इंडिया टुडे' के सफर को याद करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले 50 वर्षों में यह ग्रुप भारत के आधुनिक इतिहास का प्रत्यक्ष गवाह रहा है. 50 साल, 11 प्रधानमंत्री, 15 सरकारें और 350 चुनाव जैसे कई बड़े राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रमों पर धारदार रिपोर्टिंग हुई है. हाल ही में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का इंटरव्यू इस बात का प्रमाण है कि संस्थाएं तभी प्रासंगिक रहती हैं जब वे समय के साथ आगे बढ़ती हैं.
बेलरिंगिंग सेरेमनी के दौरान NSE के मैनेजिंग डायरेक्टर एंड सीईओ आशीष चौहान ने कहा कि किसी भी ऑर्गनाइजेशन को सर्वाइव करने, सस्टेन रहने के लिए 50 साल बहुत ही लंबा समय होता है. इंडिया टुडे गुप ने इन 50 सालों में मैग्जीन से टेलीविजन, फिर कई टीवी चैनल, बिजनेस चैनल और अब सोशल मीडिया, वेब तक का सफर पूरा किया है.
उन्होंने इंडिया टुडे ग्रुप के चेयरमैन अरुण पुरी की तारीफ करते हुए कहा कि ईमानदारी और सच्ची पत्रकारिता इनके जीवन का हिस्सा रहा है. इन्होंने इन 50 सालों में बेमिसाल काम किया है. एनएसई के सीईओ ने कहा कि मैं इंडिया टुडे पढ़ते हुए ही बड़े हुए हैं और आज भी सोने से पहले 'आजतक' जरूर देखते हैं.
आजतक बिजनेस डेस्क