कल जुबानी जंग... आज हाथापाई तक पहुंची नौबत, बिहार विधानसभा में विधायकों का जोरदार हंगामा

बिहार विधानसभा में गुरुवार को पक्ष-विपक्ष के विधायकों के बीच जोरदार हंगाम हो गया. इस दौरान विधायकों ने एक-दूसरे पर हाथ उठाने की कोशिश की. हालांकि, मार्शलों ने बीच-बचाव कर स्थिति को नियंत्रित कर लिया और इसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया.

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बिहार विधानसभा में विपक्षी सदस्यों को हंगामा. (photo: Screengrab ) बिहार विधानसभा में विपक्षी सदस्यों को हंगामा. (photo: Screengrab )

शशि भूषण कुमार

  • पटना,
  • 24 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 5:17 PM IST

बिहार विधानसभा में बुधवार को जुबानी जंग के बाद गुरुवार को माहौल और ज्यादा गर्मा गया, सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों ने एक-दूसरे पर हाथ उठाने की कोशिश की. हालांकि, मार्शलों ने बीच-बचाव कर स्थिति को नियंत्रित किया. जिसके कारण किसी को चोट नहीं आई. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी के बीच तीखी नोकझोंक से सदन में हंगामा हो गया. इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया, लेकिन इसके बाद भी विधायकों के बीच तनातनी जारी रही.

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तेजस्वी यादव ने अपने भाषण में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा, 'अब नीतीश जी सीएम बनने वाले नहीं हैं. 8 तारीख को अमित शाह सीतामढ़ी आ रहे हैं, उन्हें घोषणा कर देनी चाहिए कि 2025 से 2030 तक नीतीश कुमार ही NDA के CM फेस होंगे.'

'तेजस्वी ने लगाया योजना चुराने का आरोप'

उन्होंने तंज कसते हुए कहा, 'सरकार अब 15 साल पुरानी गाड़ी को भी चलने नहीं देती. तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर उनकी योजनाओं को चुराने का आरोप लगाया. 2020 में हमने 10 लाख नौकरियों का वादा किया था, तब नीतीश जी ने कहा था कि क्या तुम अपने बाप के पास से लाकर दोगे? अब हमारी योजनाएं चुराई जा रही हैं. हमने 200 यूनिट मुफ्त बिजली का वादा किया, आपने 125 यूनिट दे दिया, 200 ही दे देते. हमने युवा आयोग की बात की, आपने तुरंत कैबिनेट में इसका गठन कर दिया. मैं दावे के साथ कहता हूं, माई-बहन योजना को भी नीतीश सरकार चुराएगी.'

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सम्राट चौधरी ने किया पलटवार

उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने तेजस्वी के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा, 'अपराधी और लुटेरे का बेटा क्या बोलेगा?' इस बयान ने सदन में हंगामा मचा गया. तेजस्वी ने सम्राट चौधरी पर निशाना साधते हुए कहा, 'सम्राट जी कहते हैं कि बिहार में पेपर लीक नहीं हुआ. मैं कहता हूं, साबित करें कि उन्होंने ऐसा कहा.'

जवाब में सम्राट चौधरी ने कहा, 'इसे साबित करें कि मैंने ऐसा कहा.' इस तीखी नोकझोंक ने सदन का माहौल और तनावपूर्ण हो गया.

विजय सिन्हा ने जताई आपत्ति

विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने तेजस्वी के बयानों पर आपत्ति जताते हुए कहा कि उनके पिता लालू यादव ने बिहार को जंगलराज में तब्दील कर दिया था. जवाब में तेजस्वी ने तंज कसते हुए कहा, 'विजय सिन्हा को लखीसराय में एक मंत्री जीने नहीं देता और सम्राट जी का कद इतना बड़ा है कि ये उनके सामने छोटे पड़ जाते हैं.'

इस पर सदन में हंगामा बढ़ गया और स्पीकर को बीच-बचाव करना पड़ा. तेजस्वी ने नीतीश कुमार को नसीहत देते हुए कहा, "अपने आसपास के 3-4 BJP नेताओं से सावधान रहें, लोग कहने लगे हैं कि जेडीयू अब बीजेपी का प्रकोष्ठ बन गया है."

कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने बीजेपी को "बड़का झूठा पार्टी" करार देते हुए कहा कि आवासीय प्रमाण पत्र के लिए आए आवेदनों की जांच होनी चाहिए.

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माले विधायक महबूब आलम ने SIR (Special Investigation Report) को लेकर सवाल उठाए और कहा कि इसके जरिए पिछड़े, दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यक समुदायों को वोट से वंचित करने की साजिश हो रही है. उन्होंने नीतीश कुमार पर टिप्पणी की, जिसे स्पीकर ने कार्यवाही से हटा दिया. AIMIM विधायक अख्तरुल इमान ने कहा कि SIR से किसी को आपत्ति नहीं, लेकिन इलेक्शन कमीशन के 'तुगलकी फरमान' और मांगे जा रहे दस्तावेजों पर सवाल हैं. उन्होंने सीमांचल में आवासीय प्रमाण पत्र पर रोक लगाने का मुद्दा भी उठाया.

जेडीयू नेता और मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि SIR का मामला न्यायालय में है, फिर भी सदन में इस पर चर्चा हो रही है. उन्होंने कहा, 'हम चाहते हैं कि किसी भी वैध मतदाता का नाम वोटर लिस्ट से न कटे.'

1992 में लालू ने भी कही थी यही बात: डिप्टी सीएम

उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने SIR के मुद्दे पर जवाब देते हुए कहा कि 1992 में लालू यादव ने घुसपैठियों को बिहार से बाहर करने की बात कही थी. उन्होंने इलेक्शन कमीशन के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि 2005 में 11% लोग बिहार से बाहर जाते थे, जो अब 2% से कम हो गया है.

उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी वैध मतदाता का नाम वोटर लिस्ट से नहीं हटेगा. उनके संबोधन के दौरान विपक्ष की टोका-टोकी पर मंत्री अशोक चौधरी समेत कई नेता खड़े हो गए, जिस पर तेजस्वी ने अशोक चौधरी को बैठने के लिए कहा, और माहौल और गरमा गया.

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वेल पर पहुंचे विधायक

इसी बीच महबूब आलम ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर टिप्पणी की, जिसके बाद सदन में जोरदार हंगामा हो गया. इसके बाद सदन में विधायकों ने एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी की और वेल में पहुंच गए. मार्शलों ने बीच-बचाव कर स्थिति को संभाला. स्पीकर के चले जाने के बाद भी विपक्षी विधायक वेल में डटे रहे. कार्यवाही को लंच के लिए दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया. इस दौरान सम्राट चौधरी ने 2023-24 का कैग रिपोर्ट भी सदन में पेश की.

इसके बाद सदन में विधायकों ने एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी की और वेल में पहुंच गए. मार्शलों ने बीच-बचाव कर स्थिति को संभाला. स्पीकर के चले जाने के बाद भी विपक्षी विधायक वेल में डटे रहे. कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया. इस दौरान सम्राट चौधरी ने 2023-24 का कैग रिपोर्ट भी सदन में पेश की.

'किसी को नहीं है SIR से एतराज'

इसी बीच AIMIM विधायक अख्तरुल इमान सदन में बोलते हुए कहा, 'SIR से किसी को एतराज नहीं है. आयोग के तुगलकी फरमान पर आपत्ति है जो दस्तावेज मांगे जा रहे, उन पर आपत्ति है. सीमांचल में सरकार ने आवासीय प्रमाण पत्र जारी करने पर रोक लगवा दी है.'

विपक्षी सदस्यों के बोलने के बाद जेडीयू नेता और मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि मामला न्यायालय में है, लेकिन इसके बावजूद सदन में चर्चा हो रही है. स्पीकर ने चर्चा का प्रस्ताव दिया, हमने भी इसपर आपत्ति नहीं जताई. 

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उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने कहा वो SIR के विरोधी नहीं हैं. वो सरकार से गारंटी चाहते हैं कि किसी मतदाता का नाम वोटर लिस्ट से ना कटे. हम भी यही चाहते हैं. सरकार भी चाहती है कि किसी भी वैध मतदाता का नाम वोटर लिस्ट से ना कटे.

आपको बता दें कि बिहार विधानसभा में दो दिनों से जारी यह सियासी ड्रामा अब हिंसक हो गया है. जुबानी जंग से शुरू हुआ ये टकराव अब विधायकों के बीच हाथापाई तक पहुंच गया. तेजस्वी यादव और सम्राट चौधरी के बीच की ये लड़ाई न केवल सदन तक सीमित है, बल्कि 2025 के विधानसभा चुनावों की जमीन भी तैयार कर रही है.

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