उत्तर प्रदेश के बिजनौर के रहने वाले किसान सरदार परमिंदर सिंह गुलाब की खेती के जरिए लाखों की कमाई कर रहे हैं. गुलाब के फूल की डिमांड हमेशा रहती है, लेकिन शादी में इसकी मांग ज्यादा बढ़ जाती है. इसलिए आजकल गुलाब की खेती रोजगार का बढ़िया साधन है और इसमें काफी मुनाफा भी होता है. बिजनौर के रहने वाले किसान सरदार परमिंदर का कहना है कि उन्होंने सरकारी मदद से गुलाब की खेती शुरू की थी.
सरदार परमिंदर ने बताया कि उन्होंने एक एकड़ जमीन पर गुलाब की खेती की शुरुआत की थी और इस खेत में उन्होंने करीब 27 से 30 हजार गुलाब के पौधे लगाए हैं. वहीं फूलों के बेहतर उत्पादन के लिए उन्होंने पूरे खेत को प्लास्टिक शीट से ढक दिया. इसके अलावा वे सिंचाई के लिए ड्रिप इरिगेशन तकनीक का इस्तेमाल करते हैं, क्योंकि इससे पानी की बचत होती है.
किसान ने बताए ड्रिप इरिगेशन के फायदे
सरदार परमिंदर ने ड्रिप इरिगेशन के बारे में बात करते हुए बताया कि आज के समय में ये प्रणाली सबसे अच्छी है. क्योंकि इससे पानी की बचत होती है और पौधों को भी पर्याप्त मात्रा में पानी मिलता है. इसके अलावा वे खाद के तौर पर जैविक उर्वरकों का उपयोग करते हैं और गुलाब के पौधों में कीड़े ना लगें इसके लिए कीटनाशक का इस्तेमाल करते हैं.
उन्होंने बताया कि गुलाब के पौधे को लगाने के चार महीने बाद उसमें फूल आने लगते हैं. वहीं इस पूरी अवधि में एक गुलाब के पौधे में करीब 20 फूल खिलते हैं.
गुलाब की खेती के लिए मिली सरकारी मदद
इंडिया टुडे को दिए एक इंटरव्यू में किसान सरदार परमिंदर ने बताया कि उन्हें अपने फॉर्म को तैयार करने में करीब 45 लाख रुपये लगे थे. वहीं सरकार की तरफ से 22 लाख रुपये की सब्सिडी मिली थी और 23 लाख रुपये उनकी निजी रकम थी. सरदार परमिंदर के खेत का नाम परमिंदर फार्म्स है और उनके गुलाब का नाम टाटा रोज है.
इसके अलावा उन्होंने अपने खेत में चार लोगों को रोजगार भी दिया है. परमिंदर अपने खेत के गुलाबों को मुरादाबाद, मीरापुर और दिल्ली गाज़ीपुर के फूल बाजारों में बेचते हैं. वहीं उन्हें गुलाब की खेती से हर महीने 1 लाख रुपये की कमाई होती है.
ऋतिक राजपूत