बांग्लादेश में पिछले एक साल पहले हुए छात्र आंदोलन के बाद हुए हिंसक दमन और मानवाधिकार उल्लंघनों पर संयुक्त राष्ट्र ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. UN मानवाधिकार कार्यालय ने शेख हसीना को मौत की सजा के खिलाफ कड़ा विरोध दोहराया है और साथ ही पीड़ितों के न्याय की आवश्यकता पर जोर दिया है.