भारत और अमेरिका भी उठा चुका है आवाज:
चीन के इस विस्तारवादी रवैये का कई देशों ने शुरू कर दिया. दक्षिणी चीन सागर में चीनी की गतिविधियों के खिलाफ अमेरिका से लेकर भारत तक ने आवाज उठाई लेकिन वे देश ज्यादा खिलाफत करने लगे जिनके हित सीधे-सीधे इस जल क्षेत्र से जुड़े हैं.
इतना ही नहीं चीन के रवैये के विरोध में भारतीय नौसेना ने तो एक बार दक्षिण चीन सागर में अमेरिका, फिलीपींस और जापान की नौसेनाओं के साथ संयुक्त अभ्यास भी किया था.