कफ सिरप कांड में एक और सिपाही पर कार्रवाई हुई है. लखनऊ आदर्श कारागार में तैनात सिपाही को सस्पेंड कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि महेंद्र सिंह कफ सिरप कांड में जेल भेजे गए बर्खास्त सिपाही आलोक सिंह, अमित सिंह टाटा के साथ-साथ कफ सिरप कांड के मुख्य सरगना शुभम जायसवाल का करीबी है. मामले की जांच कर रही एसटीएफ को भी आलोक सिंह और महेंद्र सिंह के बीच एक बड़ी रकम के लेनदेन की जानकारी मिली है.
कफ सिरप कांड में यूपी पुलिस के बर्खास्त सिपाही और पूर्व सांसद धनंजय सिंह के करीबी आलोक सिंह को जेल भेजा गया. एसटीएफ को जांच में आलोक सिंह की फर्जी फर्म से हुए लेनदेन की जानकारी मिली जिसके बाद अब लखनऊ के आदर्श कारागार में तैनात सिपाही महेंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है. बता दें यूपीएसटीएफ के द्वारा गिरफ्तार किए गए अमित सिंह टाटा और आलोक सिंह जिला कारागार में बंद है और महेंद्र सिंह की तैनाती लखनऊ आदर्श कारागार में है. सोशल मीडिया पर महेंद्र सिंह की तस्वीर आरोपी अमित सिंह टाटा, आलोक सिंह के साथ-साथ कफ सिरप कांड के सबसे बड़े सरगना शुभम जायसवाल के साथ भी महेंद्र सिंह की तस्वीर सामने आई है.
इस पूरे मामले की जांच से जुड़े एक अफसर की माने तो आलोक सिंह के बैंक खातों से महेंद्र सिंह की पत्नी के खाते में 50लाख से अधिक की रकम के ट्रांजेक्शन सामने आए है. जेल सिपाही महेंद्र सिंह ने भी एसयूवी गाड़ी खरीदी है. जिसका नंबर भी इसने स्पेशल सीरीज 9777 ही लिया है. पत्नी रीता सिंह के नाम पर खरीदी गई इस गाड़ी पर स्थाई पता उन्नाव जेल का और वर्तमान पर सुल्तानपुर रोड पर बनी एक कॉलोनी का लिखाया गया है. बता दे महेंद्र सिंह लखनऊ आदर्श कारागार से पहले उन्नाव जेल में ही तैनात था. सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक तस्वीर में महेंद्र सिंह पूर्व सांसद धनंजय सिंह के साथ इस पूरे रैकेट के मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल के साथ नजर आ रहा है. डीजी जेल के आदेश पर महेंद्र सिंह को सस्पेंड कर विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए है.