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कैमल फ्लू

कैमल फ्लू

कैमल फ्लू

कैमल फ्लू (Camel Flu) दरअसल एक वायरल संक्रमण है, जिसे मध्य पूर्व श्वसन सिंड्रोम यानी MERS कहा जाता है, जो ऊंटों से संक्रमित होते हैं. यह सिंड्रोम MERS-CoV  के कारण होता है (Middle East respiratory syndrome coronavirus (MERS-CoV)). इसके लक्षण हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं. इसमें बुखार, खांसी, दस्त और सांस की तकलीफ जैसे लक्षण होते हैं. कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में यह रोग आमतौर पर अधिक गंभीर हो सकता है (Camel Flu Symptoms).

कैमल फ्लू का पहला केस जून 2012 में मिस्र के चिकित्सक अली मोहम्मद जकी ने सऊदी अरब के जेद्दा में डॉ. सोलिमन फकीह अस्पताल में की थी (Camel Flu first Case). इस वायरल इंफेक्शन के ज्यादातर मामले अरब प्रायद्वीप में हुए हैं. जनवरी 2021 तक इसके 2,500 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं. इस बीमारी से पीड़ित लगभग 35 फीसदी लोगों की मौत हो गई. इस संक्रमण से 2015 में दक्षिण कोरिया में और 2018 में सऊदी अरब में बड़े प्रकोप हुए हैं (Camel Flu Viral Infection).

MERS-CoV से मनुष्य आमतौर पर ऊंटों से संक्रमित होते हैं. यह संक्रमण या तो सीधे संपर्क के दौरान या अप्रत्यक्ष रूप से इंसानों में फैलता है. इसका निदान खून और सांस के नमूनों के आरआरटी-पीसीआर परीक्षण से होता है. विश्व स्तर पर इसका फैलना काफी कम है (MERS from Camel). 

2021 तक इस बीमारी के लिए कोई विशेष टीका या उपचार नहीं है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की सिफारिश है कि जो लोग ऊंटों के संपर्क में आते हैं, वे अपने हाथ धोएं और बीमार ऊंटों को न छुएं. साथ ही, ऊंट आधारित खाद्य उत्पादों को उचित तरीके से पका कर ही इस्तेमाल में लाया जाए (Camel Flu Prevention).

 

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