अर्जेंटीना के लियोनेल मेसी आज 28 साल के हो रहे हैं. फुटबॉल के सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में शुमार हो चुके बार्सिलोना के इस स्ट्राइकर के नाम कई रिकॉर्ड्स दर्ज हैं. तस्वीरों के जरिए जानते हैं फुटबॉल के इस जादूगर को.
मेसी का जन्म 24 जून 1987 को अर्जेंटीना के रोसारियो में हुआ था. अपनी फिटनेस के लिए मशहूर मेसी का बचपन बहुत तकलीफदेह था.
11 साल की उम्र में मेसी ग्रोथ हॉर्मोनी डिफिशिएंसी से पीड़ित थे, इस बीमारी से पीड़ित बच्चों का शारीरिक विकास रुक जाता है.
गरीब परिवार में जन्में मेसी के माता-पिता के लिए उनके इलाज का खर्च उठा पाना नामुमकिन था, अपने रिश्तेदारों के जरिए उन्होंने स्पैनिश फुटबॉल क्लब बार्सिलोना से संपर्क किया.
बार्सिलोना के स्पोर्टिंग डायरेक्टर कारलेस रेक्स्च ने मेसी का टैलेंट देखकर, उनके इलाज का खर्च उठाना स्वीकार कर लिया. लेकिन उन्होंने शर्त रखी कि इसके लिए मेसी को स्पेन में रहना पड़ेगा. मेसी
स्पेन आ गए और बार्सिलोना के साथ अपना पहला कॉन्ट्रैक्ट पेपर नैपकिन पर
साइन किया.
मेसी का मॉडल लुसियाना से काफी लंबे समय तक अफेयर चला. दोनों ने शादी भी की और उनका एक बच्चा थिएगो भी है.
सन् 2000 से 2005 तक मेसी बार्सिलोना की जूनियर टीमों के साथ खेलें. 2005 में मेसी ने स्पेन की नागरिकता ले ली.
2004-05 के सीजन में मेसी ने बार्सिलोना की सीनियर टीम के साथ डेब्यू किया.
डेब्यू करने के बाद मेसी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और आज वो बार्सिलोना के लिए सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी हैं.
मेसी के नाम बार्सिलोना के लिए सबसे ज्यादा हैट्रिक के साथ ही सबसे ज्यादा अवे गोल करने का रिकॉर्ड भी है. फुटबॉल में 10 नंबर महान खिलाड़ियों से जुड़ा हुआ माना जाता है. मेसी भी 10 नंबर की जर्सी पहन कर खेलते हैं.
मेसी ने ला-लीगा के इतिहास में सबसे ज्यादा गोल और सबसे ज्यादा हैट्रिक लगाई है.
एक साल में सबसे ज्यादा गोल करने के लिए मेसी का नाम गिनीज बुक में भी दर्ज है. मेसी ने सन् 2012 में 91 गोल किए थे.
मेसी ने स्पेन द्वारा उनके लिए खेलने के प्रस्ताव को ठुकराकर अपने जन्मस्थान अर्जेंटीना के लिए खेलने का फैसला किया और आज मेसी के पास 2008 बीजिंग ओलम्पिक गोल्ड मेडल और फीफा अंडर-20 वर्ल्ड कप के साथ ही फीफा वर्ल्ड कप 2014 में लगातार चार मैन ऑफ द मैच और गोल्डेन बॉल का अवॉर्ड भी है.
मेसी फीफा वर्ल्ड कप में खेलने और गोल करने वाले सबसे युवा खिलाड़ी (अपने देश की तरफ से) होने के साथ ही फीफा वर्ल्ड प्लेयर ऑफ द इयर जीतने वाले पहले अर्जेंटीनी हैं.
लियो मेसी फाउंडेशन के जरिए अनाथ बच्चों की पढ़ाई और चिकित्सा का काम करते हैं मेसी. 2010 में यूनाइटेड नेशन्स के गुडविल एंबेसडर बनाए गए.