नोटबंद को एक साल गुजर गए हैं. 8 नवंबर 2016 के उस दिन के बाद एक साल गुजर जाने के बाद भी लोग मोदी के उस फैसले से डरे हुए हैं. खासतौर से कारोबारी और राजनैतिक पार्टियां. सो सॉरी में देखिये कैसे मोदी की घोषणाओं को लेकर परेशान हो जाते हैं राजनैतिक दल...