मैं भाग्य हूं... मैं ही हूं जो आपको जीवन की अनमोल सीख देता हूं.... मैं ही आपको बताता हूं...सही क्या है मैं ही यह समझाता हूं गलत क्या है. कर्म तो हर कोई करता है पर क्या उचित है क्या अनुचित है यह जानकर कर्म करने वाले लोग ही सफलता की चर्म सीमा तक जाते हैं.