पवन पुत्र हनुमान की लीलाएं बालपन से ही शुरू हो गई थीं. इसलिए कई जगहों पर इन्हें बालाजी के नाम से पूजा जाता है. राजस्थान के मेहंदीपुर में भी महाबली हनुमान अपने बाल स्वरूप में विराजमान है. कहते हैं कि मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन करते ही इंसान के सभी प्रकार के संकट टलने लगते हैं.