> लड़की कुर्ती सिलवाने दर्जी के पास गई और बोली...
भैया, कुर्ती में बाजू 'नेट' वाली लगाना
दर्जी - 2G या 3G?
लड़की बेहोश!
> दोस्त - तेरी बीवी कुछ कहती नहीं, जब शाम को दारू पीकर घर जाता है...?
चिंटू- कहती नहीं, बोलती है...!
दोस्त- क्या...?
चिंटू- बोलती है, कीड़े पड़ेंगे.. तुम्हारे दोस्तों को जिन्होंने तुम्हें बिगाड़ा...!
> टीचर- कल होमवर्क नहीं किया तो मुर्गा बनाऊंगा.
चंटू- सर मुर्गा तो मैं नहीं खाता,
आप चाहो तो मटर पनीर बना लेना
चंटू का जवाब सुनकर मास्टर जी ने कल के बजाए उसे आज ही मुर्गा बना दिया.
> मम्मी- पेपर कैसा था?
बेटा- पतला सा था, सफेद रंग का.
मम्मी- मेरा मतलब है कि पेपर कैसा हुआ?
बेटा- फिफ्टी- फिफ्टी.
मम्मी- मैं समझी नहीं?
बेटा- जो पेपर मे लिखा था वह मेरी समझ में नहीं आया.
लेकिन मैंने जो कॉपी में लिखा है, वह जांचने वाले की समझ में नहीं आएगा.
> बस स्टैंड पर खड़ी पड़ोस की लड़की से फिल्मी स्टाइल में गोलू बोला...
गोलू- प...प...प...प्रिया...तेरी आंखों में मुझे मेरी पत्नी नजर आ रही है...
लड़की- थप्पड़ लगाकर बोली...सूरत देखी है?
गोलू- नहीं, बस एक बार अहमदाबाद तक गया हूं.
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> भिखारी- भगवान के नाम पर कुछ दे दो.
लड़की- कुछ नहीं है बाबा, माफ करो.
भिखारी- कुछ नहीं तो अपना मोबाइल नंबर ही दे दो, बाबा दुआ भी करेगा और मैसेज भी.
> लड़का- मैं तुम्हारे साथ शादी नहीं कर सकता.
घर वाले नहीं मान रहे.
लड़की- तुम्हारे घर में कौन-कौन है.
लड़का- एक बीवी और 2 बच्चे.
> मायके से सोनू की पत्नी का फोन आया और बोली,
क्या तुम मुझे याद करते हो?
मोनू- पगली अगर कुछ याद करना इतना आसान होता,
तो दसवीं में टॉप ना कर जाता?
> एक शराबी झूमता हुआ घर की ओर जा रहा था कि अचानक रुक गया...
उसने देखा उसके पीछे दो लड़कियां किसी बात पर आपस में झगड़ रही थीं.
पहली लड़की - भगवान करे तेरी शादी किसी शराबी से हो जाए.
दूसरी लड़की - नहीं, भगवान करे तेरी शादी हो जाए.
शराबी बोला - तो मैं रुकूं या जाऊं?
> वोटर - ये जो उंगली पर स्याही लगाई गई है, ये कितने दिन में निकलेगी?
चुनाव अधिकारी - तीन महीने में.
वोटर - मेरे बालों पर भी लगा दो प्लीज... डाई तो 15 दिन में ही निकल जाती है.
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य कतई नहीं है.)