पहले गणतंत्र दिवस के उत्सव की सबसे दिलचस्प बात ये थी कि इसकी शुरूआत तो राजपथ से हुई. लेकिन पहला आयोजन राजपथ पर नहीं बल्कि इर्विन स्टेडियम यानी आज के मेजर ध्यानचंद्र स्टेडियम में हुआ. कनॉट प्लेस और उसके करीबी इलाकों का चक्कर लगाते हुए शाही बग्घी पर सवार राजेंद्र प्रसाद करीब पौने चार बजे सलामी मंच पर पहुंचे. स्वतंत्र भारत के पहले राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने इर्विन स्टेडियम में तिरंगा फहराकर परेड की सलामी ली. परेड में सशस्त्र सेना के तीनों बलों ने भाग लिया. इस परेड में नौसेना इन्फेंट्री, कैवेलेरी रेजीमेंट, सर्विसेज रेजीमेंट के अलावा सेना के सात बैंड भी शामिल हुए. आज भी ये ऐतिहासिक परंपरा बनी हुई है. देश में कैसे मनाया गया था पहला गणतंत्र दिवस, इस वीडियो में देखें.