अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहते महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के मामले में जेल में बंद आनंद गिरि ने प्रयागराज की जिला अदालत में याचिका दाखिल की है. आनंद गिरि ने अपने आपको हाई सिक्योरिटी बैरक में रखे जाने के खिलाफ प्रयागराज की जिला अदालत में याचिका दायर की है. इस याचिका में आनंद गिरि की ओर से ये भी मांग की गई है कि उसे सामान्य कैदियों के साथ रखा जाए.
आनंद गिरि की ओर से दायर याचिका में ये मांग भी की गई है कि उसे जेल में मूलभूत सुविधाएं दी जाएं. याचिका में आरोप लगाया गया है कि हाई सिक्योरिटी बैरक में रखे जाने की वजह से धार्मिक आस्था प्रभावित हो रही है. हाई सिक्योरिटी बैरक में रखे जाने की वजह से पूजा-अर्चना नहीं हो पाती. आनंद गिरि की ओर से ये याचिका स्पेशल जज एससी-एसटी की कोर्ट में दाखिल की गई है.
प्रयागराज के स्पेशल जज एससी-एसटी कोर्ट में आनंद गिरि की इस याचिका पर 29 अप्रैल को सुनवाई होगी. गौरतलब है कि 20 सितंबर 2021 को बाघंबरी मठ के महंत और अखाड़ा परिषद के तत्कालीन अध्यक्ष नरेंद्र गिरि का शव मठ परिसर में ही संदिग्ध हालात में मिला था. नरेंद्र गिरि के शव के पास ही कई पन्ने का सुसाइड नोट भी मिला था.
नरेंद्र गिरि की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद मिले सुसाइड नोट में आनंद गिरि का भी नाम था. आनंद गिरि को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. आनंद गिरि 22 सितंबर 2021 से प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल में बंद है. नैनी सेंट्रल जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक में बंद आनंद गिरि पर महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप हैं.