महाराष्ट्र के ठाणे जिले में रहने वाली 70 साल की बुजुर्ग महिला के साथ सात लोगों ने मिलकर करोड़ों के प्रलोभन का खेल खेला और करीब 24.6 लाख रुपये की ठगी कर फरार हो गए. यह घटना उल्हासनगर की है, जहां पीड़िता अकेले रहती हैं और इसी अकेलेपन का फायदा उठाकर आरोपियों ने घटना को अंजाम दिया.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक विठ्ठलवाड़ी पुलिस स्टेशन के अधिकारियों के अनुसार, गिरोह की एक महिला ने पीड़िता से दोस्ती कर ली और धीरे-धीरे उनका भरोसा जीत लिया. इसी दौरान उसने महिला से 10 लाख रुपये घर दिलाने के बहाने ले लिए. जब पीड़िता ने पैसे वापस मांगे तो आरोपी महिला ने अपने साथियों के साथ एक नया झांसा रचा. उन्होंने एक 'गुरुजी' का हवाला देते हुए कहा कि पैसे लौटने में देरी की वजह बाधा है और उसे दूर करने के लिए 'हवन' कराना जरूरी है.
हवन के नाम पर बेहोश कर लूटपाट
हवन के नाम पर आरोपियों ने महिला से उनका सोना, हीरे और नकदी देने को कहा, ताकि अनुष्ठान पूरा हो सके. 11 नवंबर को हवन के दौरान उन्होंने महिला से कीमती गहने एक पात्र में डालने के लिए कहा. इसके बाद उन्हें 'प्रसाद' के रूप में कुछ खाने को दिया, जो शिकायत के अनुसार, नशीला पदार्थ मिला हुआ था. पीड़िता बेहोश हो गईं और इसी बीच आरोपी करीब 20 ग्राम सोना, हीरे और अन्य कीमती वस्तुएं लेकर फरार हो गए.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
पीड़िता के होश में आने के बाद उन्हें पता चला कि पूरा सामान गायब है. पुलिस शिकायत दर्ज होने पर जांच में सामने आया कि कुल ठगी की राशि 24.6 लाख रुपये थी. पुलिस ने सातों आरोपियों जिनमें कई महिलाएं भी शामिल हैं. आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 318(4) (धोखाधड़ी), 123 (जहर देकर चोट पहुंचाना), 316(2) (आपराधिक विश्वासघात) और 3(5) (साझा इरादा) के तहत मामला दर्ज कर लिया है.