मध्य प्रदेश के इंदौर में प्रशासन ने बड़ा एक्शन लिया है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का दामन छोड़ कांग्रेस के पक्ष में मुखर रहे कंप्यूटर बाबा के खिलाफ शिवराज सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. प्रशासन के मुताबिक इंदौर में अवैध रूप से अतिक्रमण कर तैयार की गई संपत्ति पर बुलडोजर चल गया है. साथ ही कंप्यूटर बाबा सहित कुल 7 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
इंदौर में कंप्यूटर बाबा के आश्रम पर कार्रवाई का कांग्रेस ने विरोध किया है. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इसे बदले की भावना से की गई कार्रवाई करार दिया है. दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, 'इंदौर में बदले की भावना से कंप्यूटर बाबा का आश्रम व मंदिर बिना किसी नोटिस दिए तोड़ा जा रहा है. यह राजनैतिक प्रतिशोध की चरम सीमा है. मैं इसकी निंदा करता हूं.'
पूर्व मंत्री और प्रदेश में उपचुनाव के पहले सभी 28 सीटों पर लोकतंत्र बचाओ यात्रा निकालने वाले कंप्यूटर बाबा के इंदौर में गोमटगिरी स्थित आश्रम पर कार्रवाई की गई है. ये आश्रम और विश्राम गृह शहर के ग्राम जम्बुड़ी हप्सी में कुल 46 एकड़ भूमि में बना हुआ था. प्रशासन के मुताबिक इसके एक बड़े हिस्से पर कंप्यूटर बाबा ने अवैध रूप से निर्माण किया था.
प्रशासन ने रविवार सुबह कार्रवाई करते हुए करीब 100 से अधिक निगम वाहनों और बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ पहुंचकर अवैध निर्माण ध्वस्त कर दिया. हालांकि इस दौरान विरोध के स्वर भी उठे लेकिन प्रशासन ने शांति भंग करने के आरोप में वारंट जारी कर कंप्यूटर बाबा सहित कुल 7 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
असल में, वर्ष 2000 में जिस जमीन पर अवैध निर्माण कर आश्रम बनाया गया है वो जिला योजना समिति द्वारा निर्णय लेकर गो शाला के लिए ग्राम पंचायत को आवंटित की गई थी. प्रशासन की मानें तो 46 एकड़ भूमि पर बाद में कथित बाबाओं ने अतिक्रमण कर लिया.
#WATCH Madhya Pradesh: District Administration today demolished an illegal construction belonging to Computer Baba in Indore.
— ANI (@ANI) November 8, 2020
"Six people have been detained as they tried to obstruct demolition process," says Additional District Magistrate (ADM), Indore pic.twitter.com/iX7ggDRk0k
इस बात की शिकायत मिलने पर कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देश पर संबंधित तहसीलदार ने नोटिस दिया. इसके बावजूद कंप्यूटर बाबा ने अवैध निर्माण नहीं हटाया. इसके बाद रविवार को इंदौर नगर निगम का बड़ा अमला, एडिशनल एसपी सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल पहुंचा. प्रशासन ने सुबह अचानक कार्रवाई करते हुए कंप्यूटर बाबा सहित कुल 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया और अवैध निर्माण को जमींदोज कर दिया. प्रशासन को 2 अन्य स्थानों पर कंप्यूटर बाबा के अवैध निर्माणों की जानकारी मिली है. इस पर आने वाले दिनों में कार्रवाई की जाएगी.
प्रशासन की इस कार्रवाई से सियासी गलियारों में हड़कंप मच गया है. फिलहाल, कंप्यूटर बाबा जेल में हैं और उनका सेंटर ध्वस्त किया जा चुका है. वहीं कांगेस ने भी इसका विरोध किया है. कांग्रेस के देपालपुर विधायक विशाल पटेल ने कहा कि यह मंदिर कलोता समाज का है. अगर मंदिर तोड़ने की कार्रवाई की गई तो पूरा कलोता समाज सड़क पर आकर आंदोलन करेगा.