जम्मू जिले के केवाल गांव के सरकारी प्राथमिक स्कूल के बच्चों और ग्रामीणों के लिए शनिवार का दिन ऐतिहासिक साबित हुआ. लगभग 25 सालों से बंद पड़े इस सरकारी स्कूल का भवन आखिरकार दोबारा खुल गया. साल 2000 में जमीन विवाद के कारण यह स्कूल बंद कर दिया गया था, जिसके बाद से छात्रों को किराए के छोटे से भवन में पढ़ाई करनी पड़ रही थी.
जमीन विवाद के बाद बंद हुआ था स्कूल
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, स्कूल भवन को जमीन मालिक ने विवाद के चलते बंद कर दिया था. इस कारण विद्यालय प्रशासन ने मजबूरन किराए के भवन में अस्थायी रूप से कक्षाएं शुरू की थीं. जगह की कमी और संसाधनों की दिक्कत के बावजूद शिक्षा का सिलसिला जारी रहा, लेकिन लंबे समय से स्थानीय लोग चाहते थे कि बच्चे फिर अपने पुराने स्कूल भवन में पढ़ सकें.
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जम्मू के उपायुक्त अभिषेक शर्मा ने जिला शिक्षा अधिकारी (सीईओ) मोहम्मद हफीज़ को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए. सीईओ ने मौके पर जाकर स्थानीय लोगों और जमीन मालिक से चर्चा की और सभी पक्षों की सहमति से विवाद का समाधान कर लिया.
स्कूल पहुंचकर चहक उठे बच्चे
विवाद सुलझने के बाद तीन कमरों वाले इस सरकारी स्कूल को फिर से पूरी तरह कार्यात्मक बना दिया गया है. अब छात्रों को अपने ही गांव के स्कूल में बेहतर वातावरण में पढ़ने का अवसर मिलेगा. ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि यह कदम बच्चों के भविष्य को नई दिशा देगा. स्थानीय अभिभावकों ने कहा कि स्कूल का पुनः संचालन बच्चों के लिए एक बड़ी राहत है, क्योंकि अब उन्हें दूर दराज के स्कूलों में नहीं जाना पड़ेगा.