अहमदाबाद में गिरफ्तार किए गए चार संदिग्ध आतंकवादियों ने जांचकर्ताओं को बताया कि पाकिस्तान स्थित हैंडलर उन्हें अहमदाबाद में उनके लिए हथियारों को इकट्ठा करने के बाद हमले को अंजाम देने के लिए सटीक स्थान और समय बताने वाला था. गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने रविवार रात अहमदाबाद हवाई अड्डे से चार श्रीलंकाई नागरिकों को गिरफ्तार किया. सभी पाकिस्तान स्थित हैंडलर के निर्देश पर इस्लामिक स्टेट के इशारे पर आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए यहां पहुंचे थे.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, ATS ने उनके कब्जे से जब्त किए गए मोबाइल फोन पर मिले जियोग्राफिक कोऑर्डिनेट के आधार पर अहमदाबाद में एक स्थान पर छोड़ी गई तीन पिस्तौल और कारतूस भी जब्त किए थे. एटीएस के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सुनील जोशी ने मीडिया से कहा कि अब तक पूछताछ के दौरान उन्होंने यह बताने से इनकार कर दिया है कि वे वास्तव में कहां आतंकवादी हमले को अंजाम देने की योजना बना रहे थे. उन्होंने अब तक केवल इतना बताया है कि हथियार इकट्ठा करने के बाद उनका हैंडलर उन्हें लक्ष्य के सटीक स्थान और समय के बारे में जानकारी देने वाला था.
आतंकवादियों को 14 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है. एटीएस अधिकारी उनसे उनकी प्लानिंग के बारे में पूछताछ कर रहे हैं. जोशी ने कहा कि जांच एजेंसी उन लोगों के बारे में भी पता लगाने की कोशिश कर रही है जो भारत में आतंकियों के उद्देश्यों को पूरा करने में उनकी मदद करने वाले थे. जोशी ने कहा कि उनके फोन के डेटा की फोरेंसिक जांच चल रही है.
उन्होंने कहा कि उनके मोबाइल फोन पर ड्रॉप प्वाइंट का भी तकनीकी रूप से विश्लेषण किया जा रहा है और यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि क्या ऐसे अन्य लोग भी हैं जो उनके उद्देश्य को पूरा करने में मदद करने वाले हैं. जोशी ने कहा कि चूंकि आरोपी व्यक्ति दूसरे देश से हैं और तमिलनाडु के रास्ते अहमदाबाद पहुंचे हैं, इसलिए अन्य राज्यों की पुलिस और केंद्रीय जांच और खुफिया एजेंसियां भी जांच में शामिल हो गई हैं.
आरोपियों की पहचान मोहम्मद नुसरत (35), मोहम्मद फारुख (35), मोहम्मद नफ्रान (27) और मोहम्मद रसदीन (43) के रूप में हुई है, जो कोलंबो से उड़ान लेकर रविवार सुबह चेन्नई पहुंचे और अहमदाबाद के लिए दूसरी उड़ान ली. पुलिस महानिदेशक विकास सहाय ने कहा कि ये लोग इस्लामिक स्टेट के इशारे पर आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए भारत आए थे.