
गुजरात में आम आदमी पार्टी (AAP) नेता पर हमले की घटना सामने आई है. AAP नेता पर हमले को लेकर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी से बात कर पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है. घटना विसावदर के लेरिया गांव के पास की है.
जानकारी के मुताबिक लेरिया गांव के पास AAP नेता इसुदान गढ़वी और पाटीदार नेता महेश सवानी जन संवेदना यात्रा निकाल रहे थे. महेश सवानी हाल ही में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) छोड़कर (AAP) में आए थे. AAP नेताओं की जन संवेदना यात्रा के दौरान हमला हो गया जिसमें इन नेताओं की गाड़ी के कांच तोड़े गए और फोन से वीडियो भी शूट किया गया.
आम आदमी पार्टी ने बीजेपी के कार्यकर्ताओं पर हमले का आरोप लगाया है. इसुदान गढ़वी ने बीजेपी पर हमला कराने का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया है कि इस हमले में छह से सात गाड़ियों के कांच टूटे हैं. एक AAP कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हुआ है जिसे जूनागढ़ के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. फिलहाल, आम आदमी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता हमलावरों के खिलाफ शिकायत लेकर थाने पहुंचे हैं.
काले झंडे लेकर विरोध कर रहे थे कुछ लोग
बताया जाता है कि कुछ लोग इसुदान गढ़वी और महेश सवानी के विरोध में काले झंडे लेकर पहुंचे थे. विरोध करने वाले लोग जन संवेदना यात्रा के रास्ते में खड़े थे.

आरोप है कि ये बीजेपी के कार्यकर्ता थे. काले झंडे को जिस डंडे में लगाकर पहुंचे थे, उन डंडों से ही AAP की यात्रा में शामिल गाड़ियों पर हमला किया गया. महेश सवानी ने हमले को लेकर कहा कि पूरी जिंदगी में ऐसा हमला नहीं देखा. उन्होंने कहा कि वो तो किस्मत थी कि जान बच गई.
केजरीवाल ने की सीएम रुपाणी से बात
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी से इस घटना को लेकर बात की है. केजरीवाल ने गुजरात के सीएम से प्रदेश में आम आदमी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है. केजरीवाल ने गुजरात के अपने समकक्ष से बात कर इस घटना को लेकर एफआईआर दर्ज किए जाने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.
Spoke to Vijay Rupani ji.
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) June 30, 2021
Urged him to file FIR, arrest the culprits, ensure strong action against culprits and ensure protection of AAP leaders and workers. https://t.co/BoZ8QDdthu