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31 अगस्त को बुलाई गई दिल्ली नगर निगम की सदन बैठक, बीजेपी ने फंसा दिया पेंच

दिल्ली नगर निगम में नेता विपक्ष व पूर्व महापौर राजा इकबाल सिंह ने पत्र लिखकर आम आदमी पार्टी की महापौर को रक्षाबंधन के पावन त्योहार के मद्देनज़र दिल्ली नगर निगम की साधारण सभा की बैठक को पुर्वस्थागित/प्रीपोंड करने की मांग की है.

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दिल्ली नगर निगम (फाइल फोटो)
दिल्ली नगर निगम (फाइल फोटो)

दिल्ली नगर निगम की हर महीने में 1 बार होने वाली सदन की बैठक 31 अगस्त को होगी. दिल्ली नगर निगम सचिवालय ने इस बाबत सर्कुलर भी निकाल दिया है, लेकिन रक्षाबंधन के चलते पार्षदों के सदन की बैठक में पहुंचने को लेकर बीजेपी ने पेंच फंसा दिया है. पार्टी ने मांग की है कि सदन की बैठक को प्रीपोन यानी पहले कराया जाए. पहली बार एमसीडी में इस तरह की मांग की है. इस पर अंतिम फैसला मेयर को लेना है.

दरअसल, दिल्ली नगर निगम में नेता विपक्ष व पूर्व महापौर राजा इकबाल सिंह ने पत्र लिखकर आम आदमी पार्टी की महापौर को रक्षाबंधन के पावन त्योहार के मद्देनज़र दिल्ली नगर निगम की साधारण सभा की बैठक को पुर्वस्थागित/प्रीपोंड करने की मांग की है. उन्होंने बताया कि रक्षा बंधन हिंदुओं का एक पवित्र त्योहार है, जिसमें बहनें अपने भाई को राखी बांधती हैं. इसके लिए भाइयों को एक शहर से दूसरे शहर अपनी बहनों के पास इस त्योहार को मनाने के लिए जाना पड़ता है, जिसके लिए काफी समय की जरूरत पड़ती है.

राजा इकबाल सिंह ने बताया है कि त्योहार के अवसर पर आज तक निगम इतिहास में कभी भी साधारण सभा की बैठक नहीं रखी गई है. त्योहार को देखते हुए शायद सभी पार्षद आम साधारण सभा की बैठक में हिस्सा नहीं ले पाएंगे जिसके मद्देनज़र आम साधारण सभा की बैठक को पुर्वस्थागित/ प्रीपोंड करने की जरूरत है. बैठक के पुर्वस्थागित होने से सभी पार्षद बैठक में नागरिकों से संबंधित विकास कार्यों पर होने वाली चर्चा में हिस्सा ले पाएंगे. इसके साथ ही सभी निगम पार्षद भाई बहन के पवित्र त्योहार रक्षाबंधन को बिना किसी व्यवधान व अवरोध के मना पाएंगे.
 
15 सेवाओं की डोर स्टेप डिलीवरी का लाया जा सकता है प्रस्ताव

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दिल्ली नगर निगम सचिवालय से जुड़े सूत्रों का कहना है कि आम लोगों से जुड़ी करीब 15 सेवाओं की डोर स्टेप डिलीवरी का प्रस्ताव सदन में लाया जा सकता है. इनमें ई- म्यूटेशन, मृत्यु प्रमाण पत्र, हेल्थ ट्रेड लाइसेंस, जन्म प्रमाण पत्र, फेक्ट्री लाइसेंस, हाउस टैक्स,  तहबाजारी लाइसेंस, श्वान का पंजीकरण, सामुदायिक केंद्र बुकिंग, पार्क बुकिंग, हेल्थ ट्रेड लाइसेंस का रिनीवल, पशुपालन लाइसेंस व रिनीवल, ट्रेड लाइसेंस का आवेदन व रिनीवल, कन्वर्जन और पार्किंग शुल्क शामिल है.

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