scorecardresearch
 

दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन को बॉडी मसाज देने के मामले में एक्शन, जेल अधीक्षक को किया सस्पेंड

आम आदमी पार्टी के नेता व मंत्री सत्येंद्र जैन को VIP सुविधाएं मुहैया कराने वाले जेल सुपरिटेंडेंट अजित कुमार पर अब गाज गिरी है. सत्येंद्र कुमार जैन जिस जेल नंबर 7 में बंद थे उसी के सुपरिटेंडेंट अजित कुमार थे. अब उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है. 

Advertisement
X
तिहाड़ में जेल नंबर 7 के सुपरिटेंडेंट अजित कुमार सस्पेंड
तिहाड़ में जेल नंबर 7 के सुपरिटेंडेंट अजित कुमार सस्पेंड

मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जेल में बंद आम आदमी पार्टी के नेता एवं मंत्री सत्येंद्र जैन को ‘विशेष सुविधाएं' मिलने का आरोप लगा था. इस मामले में अब जेल सुपरिटेंडेंट अजित कुमार पर अब गाज गिरी है. सत्येंद्र कुमार जैन जिस जेल नंबर 7 में बंद थे उसी के सुपरिटेंडेंट अजित कुमार पर कार्रवाई हुई है. जेल सुपरिटेंडेंट अजित कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है. 

LG द्वारा गठित जांच कमेटी की सिफारिश पर यह कार्रवाई की गई है. जांच में प्रथम दृष्टया यह पाया गया है कि उसने ऐसी अनियमितताएं की हैं जिससे जांच की आवश्यकता है.

जेल में VIP सुविधाओं का लुत्फ उठा रहे थे सत्येंद्र जैन

बता दें कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार आप सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कोर्ट को अहम जानकारी दी थी. अदालत ने अपना पक्ष रखते हुए ईडी ने कहा था कि तिहाड़ जेल में सत्येंद्र जैन एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा अपने पैरों का मसाज करवाते हुए नजर आए थे. 

जैन के मामले में 16 को होगी सुनवाई

इसके अलावा सत्येंद्र जैन की जमानत याचिका पर दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा हुआ है. मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में शुक्रवार को सुनवाई करते हुए कोर्ट ने फैसला सुनाने की तारीख 16 नवंबर तय की है. जानकारी के मुताबिक जैन ने कोर्ट से उन्हें जमानत देने का आग्रह करते हुए कहा कि अब उन्हें हिरासत में रखने का कोई उद्देश्य नहीं है.

Advertisement

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार हुए सत्येंद्र जैन

गौरतलब है कि ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में सत्येंद्र जैन को 30 मई को गिरफ्तार किया था. इससे पहले अप्रैल महीने में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम, 2002 के तहत जैन के परिवार और कंपनियों की 4.81 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियां कुर्क की थीं. जैन पर कथित आरोप हैं कि उन्होंने दिल्ली में कई शेल कंपनियां बनाई और कोलकाता के तीन हवाला ऑपरेटरों की 54 शेल कंपनियों के माध्यम से 16.39 करोड़ रुपये के काले धन को भी सफेद किया.

Advertisement
Advertisement