छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ चल रहे अभियान को शुक्रवार को एक और बड़ी सफलता मिली है. बीजापुर जिले के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से के जंगलों में, जो तेलंगाना सीमा से सटा है, सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में दो नक्सली मारे गए.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक यह मुठभेड़ सुबह उस वक्त हुई जब सुरक्षा बलों की टीम इलाके में सर्च ऑपरेशन पर थी. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक गोलीबारी रुकने के बाद जब सर्च किया गया तो वहां से दो नक्सलियों के शव बरामद हुए. उनके पास से .303 राइफल समेत कई हथियार और विस्फोटक भी मिले हैं.
नक्सलियों और सुरक्षाबलों में मुठभेड़
बीजापुर के इन जंगलों में लंबे समय से नक्सली सक्रिय हैं. स्थानीय लोग अकसर नक्सल हिंसा की चपेट में आ जाते हैं. ऐसे में सुरक्षा बलों का यह अभियान इन क्षेत्रों के लिए राहत की खबर है. बताया जा रहा है कि ऑपरेशन अब भी जारी है और क्षेत्र को पूरी तरह से सर्च किया जा रहा है.
इससे एक दिन पहले ही गरियाबंद जिले के जंगलों में सुरक्षा बलों ने बड़ा ऑपरेशन चलाकर 10 नक्सलियों को मार गिराया था. इनमें सीपीआई (माओवादी) की केंद्रीय समिति के सदस्य मोडेम बालकृष्ण भी शामिल थे, जिनके सिर पर 1 करोड़ रुपये का इनाम घोषित था. लगातार हो रही इन कार्रवाइयों ने नक्सलियों के नेटवर्क को बड़ा झटका दिया है.
इस साल मारे गए हैं 243 नक्सली
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस साल छत्तीसगढ़ में अब तक 243 नक्सली मारे जा चुके हैं. इनमें से 214 नक्सली बस्तर संभाग में ढेर हुए हैं, जबकि 27 नक्सली गरियाबंद और दो माओवादी मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी (दुर्ग संभाग) में मारे गए. लगातार चल रही इन कार्रवाइयों से नक्सल प्रभावित इलाकों में लोगों के बीच सुरक्षा बलों पर भरोसा बढ़ रहा है. सुरक्षा बलों के इस अभियान ने न सिर्फ राज्य में नक्सलियों की कमर तोड़ दी है.