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फैक्ट चेक: नोटों से लबालब भरे दानपात्र का ये वीडियो अयोध्या के राम मंदिर का नहीं है

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो अयोध्या के राम मंदिर का नहीं, बल्कि केरल के गुरुवायुर मंदिर का है. गुरुवायुर मंदिर की प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष डॉ. वी के विजयन के पीए वैशाख डीए ने "आजतक" से इस बात की पुष्टि की है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
ये वीडियो अयोध्या के राम मंदिर का है, जहां की दान पेटियां रुपयों से भर चुकी हैं.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
ये केरल के श्री गुरुवायुर मंदिर का पुराना वीडियो है.

किसी दानपात्र में भरे ढेर सारे नोटों को निकालते कुछ लोगों का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर हो रहा है. ऐसा कहा जा रहा है कि ये नजारा अयोध्या के राम मंदिर का है जहां भक्त दिल खोलकर दान दे रहे हैं.

ये वीडियो किसी मंदिर का लग रहा है. इसमें दिख रहे लोग दानपात्र के नोट एक बड़े बर्तन में भर-भरकर उन्हें एक दूसरे बर्तन में डाल रहे हैं. पीछे कुछ लोग लाइन से कहीं जाते हुए दिख रहे हैं. वीडियो में अयोध्या की महिमा का बखान करने वाला एक भजन भी बज रहा है.  

खबरों के मुताबिक राम मंदिर में 11 दिनों के अंदर 11 करोड़ रुपये का दान आया है. इसी संदर्भ में अब वायरल वीडियो शेयर किया जा रहा है.

एक फेसबुक यूजर ने इसे पोस्ट करते हुए लिखा, "राम मंदिर में दान किया रूपया."

हमने पाया कि ये वीडियो अयोध्या के राम मंदिर का नहीं, बल्कि केरल के गुरुवायुर मंदिर का है. गुरुवायुर मंदिर की प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष डॉ. वी के विजयन के पीए वैशाख डीए ने "आजतक" से इस बात की पुष्टि की है.

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कैसे पता लगाई सच्चाई?  

हमने देखा कि वायरल वीडियो पर कुछ लोगों ने कमेंट किया है कि ये वीडियो केरल के गुरुवायुर मंदिर से संबंधित है.  

इस जानकारी के आधार पर मलयालम भाषा में सर्च करने से हमें पता लगा कि साल 2022 में कई लोगों ने इस वीडियो को गुरुवायुर मंदिर का बताते हुए यूट्यूब पर अपलोड किया था.

हमें इस वीडियो का एक लंबा वर्जन भी मिला जिसमें भजन नहीं है और कुछ बातचीत सुनी जा सकती है. "आजतक फैक्ट चेक" की केरल संवाददाता श्रीजिषा लैला ने बताया कि ये भाषा मलयालम है.


 
"जी-न्यूज" में 17 सितंबर, 2022 को छपी एक मलयालम भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक गुरुवायुर मंदिर के प्रबंधन का काम देखने वाले गुरुवायुर देवास्वोम बोर्ड और स्टेट बैंक ने मिलकर ई-भंडारम (ई-हुंडी) की सुविधा शुरू की थी. इसके तहत, लोग यूपीआई के जरिये मंदिर को पैसा दान कर सकते हैं.

"जी-न्यूज" की रिपोर्ट में भी वैसा ही ई-हुंडी का क्यू आर कोड वाला बॉक्स देखा जा सकता है, जैसा वायरल वीडियो में दिख रहा है. इस खबर के मुताबिक, ये सुविधा गुरुवायुर मंदिर में 17 सितंबर, 2022 को शुरू हुई थी, यानी ये वीडियो उसके बाद का ही है.  

"द टाइम्स ऑफ इंडिया" की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ये सुविधा ऑनलाइन दान को बढ़ावा देने के मकसद से शुरू की गई थी, ताकि मंदिर के स्टाफ का पैसे गिनने का काम थोड़ा हल्का हो सके.

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मलयालम न्यूज वेबसाइट "मध्यमम" की 27 सितंबर, 2022 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, उस वक्त गुरुवायुर मंदिर में करीब 6.86 करोड़ रुपये का दान आया था.

इस बात की काफी संभावना है कि ये वीडियो इसी दान के पैसे गिनने से संबंधित है, क्योंकि सोशल मीडिया पर भी ये सितंबर, 2022 में ही शेयर किया गया था. हालांकि हम ये बात पक्के तौर पर नहीं कह सकते.

साफ है, केरल के गुरुवायुर मंदिर का एक पुराना वीडियो अब राम मंदिर, अयोध्या का बताकर शेयर हो रहा है.

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