सड़क में गड्डे हैं या गड्डे में सड़क -- ये जुमला तो आपने जरूर सुना होगा. लेकिन ऐसी ही एक सड़क की तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल है. इस खस्ताहाल सड़क के दोनों तरफ खूब हरियाली नजर आ रही है. देखने में ये किसी ड्रोन की मदद से लिया गया एरियल शॉट लग रहा है.
लोग हैरान इसलिए भी हैं क्योंकि इसे अयोध्या का ताजा हाल बताया जा रहा है जहां राममंदिर के उद्घाटन के समय भव्य समारोह हुआ था और लोगों ने देखा था कि अयोध्या का किस तरह से कायाकल्प हो गया है.
यूपी कांग्रेस ने इस तस्वीर को पोस्ट करते हुए लिखा, "यह रास्ता अयोध्या में रुदौली विधानसभा और मिल्कीपुर विधानसभा को आपस में जोड़ता है. इसकी दुर्दशा देखकर किसी को भी तरस आ जाये लेकिन ये भाजपाई कहेंगे कि इन्होंने अयोध्या को वर्ल्ड क्लास सिटी बना दिया है. इस निकम्मी सरकार के लिए अयोध्या बस इनकी राजनीति और कारोबार चमकाने के अड्डा है, उससे ज्यादे कुछ नहीं."
यूथ कांग्रेस सेंट्रल यूपी ने भी इस फोटो को उत्तर प्रदेश के अयोध्या का बताकर शेयर किया.
वहीं, कुछ दूसरे लोग इसे मुरादाबाद, यूपी के कुंदरकी कस्बे की फोटो भी बता रहे हैं.

ऐसे ही कुछ पोस्ट्स का आर्काइव्ड वर्जन यहां , यहां और यहां देखा जा सकता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये फोटो अयोध्या तो क्या, उत्तर प्रदेश की ही नहीं है. दरअसल, ये झारखंड और ओडिशा को जोड़ने वाले नेशनल हाइवे नंबर 220 की फोटो है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
रिवर्स सर्च करने पर हमें ये फोटो उड़िया भाषा की न्यूज वेबसाइट 'संबाद' की 3 अगस्त, 2024 की एक रिपोर्ट में मिली. यहां इसे NH-220 हाइवे का बताया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, झारखंड और ओडिशा- दोनों ही राज्यों की सरकारें इस सड़क की मरम्मत को लेकर केंद्र सरकार को पत्र लिख चुकी हैं, लेकिन फिलहाल सड़क बदहाल ही है.
हमें दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट में भी वायरल फोटो से मिलती-जुलती एक तस्वीर मिली. ये खबर भी NH-220 हाइवे के गड्ढों से संबंधित है. रिपोर्ट के अनुसार, सड़क का ये टूटा हुआ बदहाल हिस्सा, पोटका, झारखंड के हाता चौक और ओडिशा के तिरिंग के बीच NH-220 पर है. ये हिस्सा झारखंड में है.
गूगल मैप्स पर कुछ ऐसी दिखती है ये सड़क
दैनिक भास्कर की खबर में दी गई जानकारी के आधार पर हमने वायरल फोटो में दिख रही जगह को गूगल मैप्स पर खोजा. इस जगह के स्ट्रीट व्यू में ऐसी कई चीजें नजर आती हैं, जो वायरल फोटो में भी हैं. जैसे, पेट्रोल पंप का डिजाइन, उसके पास मौजूद तिकोनी छत वाला घर, घर की छत पर लगा झंडा, वहां मौजूद एक पेड़ का आकार, और टूटी सड़क के किनारे लगे बिजली के खंबे.

मौके पर मौजूद लोगों ने आजतक को भेजी ताजा तस्वीरें
गूगल मैप्स पर इस जगह को देखने से हमें पेट्रोल पंप के पास एमओयू डिटरजेंट की फैक्ट्री दिखी. हमने इस फैक्ट्री के मालिक चंचल घोष को वायरल फोटो भेजी. उन्होंने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि ये वही सड़क है, जो उनकी फैक्ट्री के पास है. उन्होंने कहा, "इस सड़क की अभी भी मरम्मत नहीं हुई है. यहां अक्सर गाड़ियां पलट जाती हैं. हम लोगों ने कई बार अधिकारियों से इसकी शिकायत की लेकिन कोई समाधान नहीं निकला."
चंचल घोष ने हमें इस सड़क का ताजातरीन वीडियो भी भेजा जिसे नीचे देखा जा सकता है.
हमें ट्रैवेल संबंधित फेसबुक पेज 'इंडियन रोडी' पर वायरल फोटो और इससे मिलती-जुलती दो और तस्वीरें मिलीं. ये सभी देखने में ड्रोन से ली गई तस्वीरें लग रही हैं. ऐसा हो सकता है कि ये तस्वीर इसी पेज से जुड़े किसी व्यक्ति ने ली हो, हालांकि हम ये बात पक्के तौर पर नहीं कह सकते. हमने उनसे संपर्क किया है और अगर उनका जवाब आता है तो उसे हम बाद में इस रिपोर्ट में शामिल कर लेंगे.

गौरतलब है कि इस साल बारिश के दौरान अयोध्या और मुरादाबाद सहित उत्तर प्रदेश की सड़कें टूटने और वहां जलभराव होने की तमाम खबरें सामने आईं हैं.
आजतक के अयोध्या संवाददाता बनवीर सिंह ने बताया कि रुदौली विधानसभा और मिल्कीपुर विधानसभा को जोड़ने वाली सड़क में गड्ढे तो हैं, लेकिन उसका इतना बुरा हाल नहीं है. इसी तरह, आजतक के मुरादाबाद संवाददाता जगत गौतम ने भी हमें यही बताया कि ये फोटो कुंदरकी की नहीं है.
साफ है, टूटी-फूटी सड़क वाली झारखंड की फोटो को उत्तर प्रदेश का बताया जा रहा है.
(इनपुट: अनूप सिन्हा)