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फैक्ट चेक: नहीं बदला गया है सेना में अग्निवीरों की भर्ती का नियम

सोशल मीडिया पर एक कथित न्यूज का स्क्रीनशॉट तेजी से वायरल हो रहा है. इसके मुताबिक सरकार ने सेना में अग्निवीरों की भर्ती के नियम को बदल दिया है और अब फिजिकल टेस्ट से पहले लिखित परीक्षा होगी. यह दावा गलत है. सेना में अग्निवीरों की भर्ती के नियम को नहीं बदला गया है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
सेना में अग्निपथ योजना के तहत भर्ती के नियम को बदल दिया गया है. अब फिजिकल टेस्ट से पहले लिखित परीक्षा होगी.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
सेना में अग्निवीरों की भर्ती के नियम को नहीं बदला गया है.

भारतीय सेना के तीनों अंगों में पिछले साल लागू की गई ‘अग्निपथ’ योजना के तहत भर्ती हुए अग्निवीरों की ट्रेनिंग शरू हो चुकी है. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक कथित न्यूज का स्क्रीनशॉट तेजी से वायरल हो रहा है. इसके मुताबिक सरकार ने सेना में अग्निवीरों की भर्ती के नियम को बदल दिया है और अब फिजिकल टेस्ट से पहले लिखित परीक्षा होगी. 

इस स्क्रीनशॉट पर एक तरफ ‘एबीपी न्यूज’ का लोगो भी लगा हुआ है और पूर्व सेनाध्यक्ष एमएम नरवणे की तस्वीर है. दूसरी ओर लिखा है, 'अग्निवीर भर्ती 2023 दौड़ से पहले परीक्षा होगी. Breaking News. बड़ा बदलाव दौड़ से पहले परीक्षा होगी सेना रैली.' इसके नीचे लिखा है, 'तूने तो हमारी खुशी ही छीन ली है.'

एक इंस्टाग्राम यूजर ने इसे शेयर किया है. 

 

इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने अपनी पड़ताल में पाया कि सरकार ने सेना में अग्निवीरों की भर्ती का नियम नहीं बदला है. सेना में भर्ती होने के लिए पहले दौड़ यानी फिजिकल टेस्ट ही हो रहा है और उसके बाद लिखित परीक्षा. 

कैसे पता लगाई सच्चाई? 

कीवर्ड्स के जरिए हमने ‘एबीपी न्यूज’ की वेबसाइट पर जाकर चेक किया तो हमें वहां ऐसी कोई भी खबर नहीं मिली जिसमें सेना में अग्निवीरों की भर्ती के नियम को बदलने की जानकारी दी गई हो. वायरल स्क्रीनशॉट में पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे की तस्वीर है. बतौर सेनाध्यक्ष, नरवणे 30 अप्रैल, 2022 को ही रिटायर हो गए थे. जबकि अग्निपथ योजना का ऐलान 15 जून, 2022 को किया गया था. नरवणे के बाद जनरल मनोज पांडे भारत के सेनाध्यक्ष हैं. 

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जब हमने इस सिलसिले में इंडियन आर्मी के प्रवक्ता से संपर्क किया तो उनका कहना था कि अग्निवीरों की भर्ती के नियम में कोई बदलाव नहीं किया गया है. 

हमने इंडियन आर्मी की बेवसाइट पर जाकर भर्ती के नोटिफिकेशन को भी देखा. उसके मुताबिक अग्निवीर के तौर पर भर्ती होने के लिए परीक्षार्थियों को पहले फिजिकल टेस्ट पास करना होगा जिसमें 1.6 किलोमीटर की दौड़ भी शामिल है. इसके बाद मेडीकल टेस्ट होगा और फिर कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन (CEE) के जरिए लिखित परीक्षा होगी. 

 

ये है प्रक्रिया

हमें साल 2016 की कुछ मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं, जिनके मुताबिक उस वक्त सेना ने नॉन कमीशंड रैंक्स पर भर्ती के नियम को बदलने का विचार किया था.  

जब हमने सेना के प्रवक्ता से इस बाबत पूछा उन्होंने इससे इनकार करते हुए कहा, 'सेना में भर्ती के जो नियम पहले थे अभी भी वही हैं और इसमें पहले फिजिकल टेस्ट होता है फिर मेडीकल टेस्ट और सबसे अंत में लिखित परीक्षा.'  

हमें सेना की वेबसाइट पर साल 2017 की भर्ती के नोटिफिकेशन की कॉपी भी मिली. इसके मुताबिक लिखित परीक्षा, फिजिकल टेस्ट के बाद ही हुई थी. 

 

ये है प्रक्रिया

साफ है, इंडियन आर्मी ने अभी तक अग्निवीरों की भर्ती के नियम में कोई बदलाव नहीं किया है. 

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क्या है अग्निपथ योजना?    

सरकार ने सेना के तीनों अंगों में भर्ती के लिए 15 जून, 2022 को अग्निपथ योजना लागू की थी. इसके तहत गैरकमीशंड रैंक्स में संविदा पर भर्ती करने का प्रावधान है. इस योजना के तहत भर्ती होने वालों को अग्निवीर कहा जाता है. ये भर्ती चार साल के लिए होगी. चार साल बाद 25 फीसदी अग्निवीर ही सेना में नियमित नौकरी पा सकेंगे. इस योजना के लागू होने के बाद देश के कई हिस्सों में इसका विरोध भी हुआ था. 

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