शाहरुख खान अपनी प्रोफेशनल लाइफ के साथ-साथ पर्सनल लाइफ को शिद्दत से जीते हैं. बच्चों को लेकर शाहरुख की फिलॉस्फी एकदम क्लियर है. शाहरुख ने बच्चों को स्टारडम से दूर रखा. इसके पीछे सोच रही है कि आर्यन अपनी काबिलियत के हिसाब से काम करें, अपने पिता के फ्रेम से अलग खुद का वजूद बनाए. शाहरुख का साफ मानना है कि बच्चों को अपने दम पर आगे बढ़ना होगा. स्टारडम किसी रेत की तरह है जो वक्त के साथ हाथ से फिसल जाती है. यानी स्टारडम सिर्फ और सिर्फ टैलेंड के दम पर कायम रहता है, जैसे ही नया टैलेंज आता है पुराना टैलेंड ऑउट ऑफ डेट हो जाता है. देखें ये रिपोर्ट.
Shahrukh Khan's philosophy about children is very clear. He kept his children away from stardom because his thinking was Aryan should work according to his ability, create his own existence apart from his father's frame. Shahrukh believes that children have to move forward on their own. Watch this report.