Personality Development Tips and Tricks: आप लोगों से किस तरह बात करते हैं, उससे आपकी पर्सनैलिटी के बारे में काफी कुछ पता चलता है. लोगों पर अपना असरदार प्रभाव डालने के लिए आपको बोलने की कला जरूर आनी चाहिए. अगर आप एक अच्छे वक्ता हैं तो आप किसी से भी अपनी बात मनवा सकते हैं या किसी के भी सामने अपनी बातों को रख सकते हैं. बोलने की कला पाने के लिए आपको बस कुछ आदतों को अपनी डेली लाइफ में शामिल करना होगा. आइए जानते हैं कौन सी हैं वो आदतें जिन्हें अपनाकर आप एक अच्छे वक्ता बन सकते हैं.
अपना डिक्शन सुधारें: अगर आप एक अच्छे वक्ता बनना चाहते हैं और चाहते हैं कि लोग आपकी बातों को ध्यान से सुनें तो जरूरी है कि आप अपने डिक्शन (शब्दों के उच्चारण) पर ध्यान दें. कई बार हमारा डिक्शन सही नहीं होता और जब हम गलत उच्चारण के साथ शब्दों का प्रयोग करते हैं तो लोगों पर एक खराब इम्प्रेशन छोड़ते हैं. अपना डिक्शन सही करने के लिए आपको टंग ट्विस्टर बोलना शुरू करना चाहिए. टंग ट्विस्टर की प्रैक्टिस से आप अपने डिक्शन को बहुत बेहतर बना सकते हैं.
बोल-बोल कर पढ़ें: अच्छा वक्ता बनने के लिए आपको एक और आदत जो अपनी डेली लाइफ में शामिल करनी चाहिए वो है बोल-बोल कर पढ़ने की. आपको हर रोज कोई किताब पढ़नी चाहिए और उस किताब को बोल-बोल कर पढ़ना चाहिए. ऐसा करने से आप इस बात को जान पाएंगे कि बोलते समय आप कैसे सुनाई पड़ते हैं. बोल कर कुछ भी पढ़ने से हम खुद को सुनना शुरू कर देते हैं और उन चीजों पर ध्यान दे सकते हैं जहां हमारी बोली अस्पष्ट होती है.
बातचीत की टोन पर ध्यान दें: अगर आप अपनी बोलने की कला से दूसरों पर असर डालना चाहते हैं तो अपनी बातचीत की टोन पर हमेशा ध्यान देना चाहिए. आप जिससे भी बात कर रहे हैं, उससे विनम्रतापूर्वक बात करें. वहीं, टोन में आपके बोलने की पिच भी शामिल होती है. जब आप किसी से बातचीत कर रहे हैं तो अपनी बात के अनुसार आपको आवाज ऊंची या नीची करते रहना चाहिए.
बहुत जल्दी-जल्दी बात न करें: अगर आप अपनी बातचीत से लोगों पर प्रभाव डालना चाहते हैं तो आपको इस चीज का ध्यान रखना चाहिए कि आपकी बात लोगों तक पूरी स्पष्टता से पहुंच रही है. इसके लिए आपको बहुत जल्दी-जल्दी बात करने की आदत पर फुलस्ट़ॉप लगाना होगा. जब आप बातचीत करें तो आपको बीच-बीच में आवश्यकता अनुसार विराम लेने चाहिए. जब आप बातचीत करेत हुए बहुत जल्दी-जल्दी बात करते हैं तो कई बार ऐसा लगता है कि आप रट्टामार के बोल रहे हैं. ध्यान रहे कि आपको सोच-सोच कर बोलना है, मगर इतना लंबा विराम भी नहीं लेना कि आप रोबॉट लगने लगें.