
कलकत्ता विश्वविद्यालय ने पहली बार कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए छात्रों की फीस माफ करने का फैसला किया है. एक सदी पुराने इस विश्वविद्यालय के इस फैसले का छात्रों ने स्वागत किया है. बता दें कि यूनिवर्सिटी में अभी भले ही अभी ऑफलाइन कक्षाएं शुरू नहीं हुई हैं, लेकिन ऑनलाइन कक्षाएं शुरू कर दी गई हैं.
कलकत्ता विश्वविद्यालय से आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है कि यह सभी संबंधित लोगों की जानकारी के लिए है कि वर्तमान महामारी की स्थिति को देखते हुए विश्वविद्यालय ने विभिन्न सेमेस्टर के लिए ट्यूशन फीस माफ कर दी है.
विश्वविद्यालय ने छात्रों को मार्कशीट के संबंध में जो फीस देनी थी, उसे भी माफ करने का फैसला किया है. विश्वविद्यालय की ओर से यह निर्णय लिया गया है कि छात्रों को विभिन्न सेमेस्टर परीक्षाओं की मार्कशीट और ग्रेड शीट जमा करने के लिए फीस का भुगतान करने की आवश्यकता नहीं है.

बता दें कि एक हफ्ते पहले, कलकत्ता विश्वविद्यालय को शंघाई रैंकिंग कंसल्टेंसी द्वारा विश्व विश्वविद्यालयों (एआरडब्ल्यूयू) की नवीनतम अकादमिक रैंकिंग में आईआईटी दिल्ली, आईआईटी खड़गपुर और आईआईटी मद्रास से ऊपर स्थान दिया गया है. सीयू को भारतीय संस्थानों में दूसरे स्थान पर रखा गया है.
वहीं कलकत्ता विश्वविद्यालय से रैंकिंग में ऊपर केवल भारतीय विज्ञान संस्थान बेंगलुरु स्थित है. इसके बाद बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, देश के तीन आईआईटी, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) हैं. इस मौके पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट के जरिये कलकत्ता विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों, प्रशासनिक कर्मियों तथा छात्रों को बधाई प्रेषित की थी. वहीं अगर इस रैंकिंग में विश्व की टॉप 3 यूनिवर्सिटी की बात की जाए तो इस साल रैंकिंग में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी पहले, स्टैनफोर्ड दूसरे और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी तीसरे स्थान पर रहीं. टॉप 10 की लिस्ट में आठ यूनिवर्सिटी अमेरिका की हैं, जबकि दो ब्रिटेन से हैं.