दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क अभी सिक्योरिटी को लेकर चर्चा में है. कुछ रिपोर्ट्स में सामने आया है कि एलन मस्क अपनी, कंपनी, घर, कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए करोड़ों रुपये खर्च करते हैं. इसके बाद लोग एलन मस्क की सिक्योरिटी की तुलना भारतीय वीआईपी कल्चर से कर रहे हैं. ऐसे में जानते हैं कि आखिर एलन मस्क की सिक्योरिटी कितनी है और उनसे साथ कितने सिक्योरिटी गार्ड्स चलते हैं. साथ ही आपको बताएंगे कि भारत के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी की सिक्योरिटी से उनकी सुरक्षा कितनी अलग है?
कैसी है एलन मस्क की सुरक्षा?
एक्स (पहले ट्विटर), टेस्ला और स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क को भी कई बार धमकियां मिल चुकी हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले साल में उन्हें 5 बार आतंकी हमले की धमकी मिली है. इसके बाद से एलन मस्क ने अपनी और दफ्तरों की सुरक्षा में इजाफा कर दिया है. अगर उनकी पर्सनल सिक्योरिटी की बात करें तो मस्क के साथ हमेशा 20 बॉडीगार्ड चलते हैं और वे उन्हें कवर देते हैं. उनकी सिक्योरिटी प्रोटोकॉल में उनका नाम 'वॉयेजर' दिया गया है यानी उन्हें कोड वर्ड में 'वॉयेजर' कहा जाता है.
एलन मस्क की सिक्योरिटी गार्ड्स में कुछ गार्ड्स के पास हथियार भी होते हैं और कुछ उन्हें नॉर्मल कवर देते हैं. इसके अलावा वे जब भी कहीं जाते हैं तो उनके साथ एक मेडिकल एक्सपर्ट भी हमेशा साथ रहता है. ये उनकी पर्सनल सिक्योरिटी है और ये सिक्योरिटी उनके कहीं भी जाने से पहले वहां की पूरी प्लानिंग करते हैं और उनका काम अमेरिका से लेकर विदेश तक उन्हें सिक्योर करना है.
एलन मस्क की सिक्योरिटी सर्विस एक तरह से मिनी सीक्रेट सर्विस की तरह काम करती है. उनकी सिक्योरिटी इतनी टाइट है कि जब वे बाथरूम भी जाते हैं तो कुछ गार्ड्स उनके साथ हमेशा रहते हैं. बताया जा रहा है कि उनको मिलने वाली धमकियों के बाद से इसे ज्यादा बढ़ाया गया है.
कितना होता है खर्चा?
न्यूयॉर्क टाइम्स और बिजेनस स्टैंडर्ड में छपी रिपोर्ट्स के मुताबिक, वे सिक्योरिटी पर मोटा पैसा खर्च करते हैं. उन्होंने 2016 में एक महीने में ही अपनी सुरक्षा पर 1,63,000 डॉलर (करीब 1.36 करोड़ रुपये) खर्च किए थे. इसके बाद साल 2023 में उनकी सिक्योरिटी कंपनी ने सुरक्षा का 24 लाख डॉलर (करीब 20 करोड़ रुपये) का बिल भेजा था. फिर 2024 फरवरी में इसमें 5 लाख डॉलर का इजाफा हो गया था.
कितनी है मुकेश अंबानी की सुरक्षा?
अब सवाल है कि भारत के अमीर शख्स मुकेश अंबानी और उनके परिवार की सिक्योरिटी कैसी है. बता दें कि मुकेश अंबानी और उनके परिवार को गृह मंत्रालय की ओर से जेड प्लस सिक्योरिटी कवर मिला है. अंबानी फैमिली को पिछले साल ही सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद जे प्लस कैटेगरी की सिक्योरिटी दी गई थी. इससे पहले अंबानी परिवार को जेड सिक्योरिटी कवर मिलता था. ये सिक्योरिटी उनकी भारत में और भारत के बाहर भी उन्हें कवर देती है. अब अंबानी परिवार का कोई सदस्य बाहर जाता है तो भी उन्हें सरकार की ओर से सुरक्षा दी जाती है.
खास बात ये है कि उन्हें जेड प्लस सिक्योरिटी के साथ एनएसजी कवर भी दिया गया है. इस सिक्योरिटी में एनएसजी कमांडो भी साथ रहते हैं. जेड प्लस सिक्योरिटी विद एनएसजी कवर में55 जवान और 10 एनएसजी कमांडो होते हैं. एनएसजी कमांडो घर के बाहर ट्रैवलिंग के वक्त कवर देते हैं, जबकि अन्य जवान हर समय साथ रहते हैं.
इससे पहले अंबानी परिवार को 2013 से 2023 तक जेड सिक्योरिटी मिली हुई थी, जिसमें सीआरपीएफ के जवान उन्हें कवर देते थे. अब जब अंबानी फैमिली के लोग भारत में रहते हैं तो महाराष्ट्र सरकार और गृह मंत्रालय उनकी सुरक्षा की व्यवस्था करते हैं और विदेश में रहते हैं तो गृह मंत्रालय सिक्योरिटी की व्यवस्था करती है.
क्या सरकार देती है पैसा?
आपको बता दें कि मुकेश अंबानी और उनके परिवार को भले ही सरकार की ओर से सुरक्षा दी गई है, लेकिन अंबानी फैमिली को ही इस सुरक्षा पर होने वाले खर्चे का वहन करना पड़ता है. मतलब है कि सरकार सिर्फ सुरक्षा प्रदान करती है और अंबानी फैमिली इसके बदले में सरकार को पैसे देते हैं. हालांकि, इस पर कितना खर्च होता है, इसे लेकर आधिकारिक जानकारी नहीं है. मगर बताया जाता है कि हर महीने करीब 15 लाख रुपये सुरक्षा के लिए खर्च किए जाते हैं.