देश की जीडीपी ग्रोथ के आंकड़े 6 साल के निचले स्तर पर हैं. वहीं कोर, इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन समेत अन्य आर्थिक आंकड़े भी निराश करने वाले हैं. आर्थिक सुस्ती के इस हालात में केंद्र सरकार के 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के लक्ष्य पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं.
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद मोर्चा संभाल लिया है. इसी के तहत पीएम मोदी ने मंत्रिमंडल की निवेश और वृद्धि पर नवगठित समिति की पहली बैठक की है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक समिति के चार अन्य सदस्य- गृह मंत्री अमित शाह, सड़क परिवहन और राजमार्ग और एमएसएमई (सूक्ष्म लघु एवं मझोले उद्यम) मंत्री नितिन गडकरी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और कॉमर्स, रेल मंत्री पीयूष गोयल भी बैठक में मौजूद रहे.
यहां बता दें कि बीजेपी के इस साल मई में सत्ता में लौटने के बाद इसका गठन जून में किया गया था. हालांकि बैठक के नतीजों के बारे में कोई ऐलान नहीं किया गया है.
यह बैठक ऐसे समय हुई है जब सरकार सुस्त पड़ती अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिये व्यय बढ़ाने पर गौर कर रही है.
वहीं चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 4.5
प्रतिशत रही जो छह साल का न्यूनतम स्तर है. निवेश और निर्यात में नरमी के
साथ आर्थिक वृद्धि धीमी हुई है.
फरवरी में पेश होगा बजट
साल 2020 का आम बजट फरवरी महीने में पेश होने वाला है. इस बजट में आर्थिक सुस्ती को दूर करने के लिए इनकम टैक्स कटौती समेत कई बड़े ऐलान हो सकते हैं.