अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार शाम को सोशल मीडिया पर एक तस्वीर साझा की. इस तस्वीर को साझा कर उन्होंने दावा किया कि इसमें किल्मर अब्रेगो गार्सिया के हाथों की उंगलियों पर टैटू बने हुए हैं. किल्मर अब्रेगो गार्सिया को पिछले महीने विवाद के बीच अल साल्वाडोर निर्वासित कर दिया गया था.
अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट की इस तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि अब्रेगो गार्सिया हिंसक MS-13 गिरोह का सदस्य है. हालांकि, विशेषज्ञों और कई यूजर्स का दावा है कि इस फोटो से छेड़छाड़ की गई है. इसके बाद अब ये तस्वीर जांच के दायरे में आ गई है.
इस तस्वीर को एक्स पर पोस्ट कर ट्रंप ने लिखा, ये उस व्यक्ति का हाथ है. जिसके बारे में डेमोक्रेट्स का मानना है कि उसे वापस अमेरिका लाया जाना चाहिए, क्योंकि वह एक अच्छा और निर्दोष है.
ट्रंप ने कहा कि वो एमएस-13 गिरोह का सदस्य नहीं है, भले ही उसने अपनी उंगलियों पर एमएस-13 का टैटू बनाया हो और दो सम्मानित कोर्ट ने पाया कि वह एमएस-13 का सदस्य था. उसने अपनी पत्नी को पीटा था.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि मुझे अन्य बातों के अलावा, बुरे लोगों को अमेरिका से बाहर निकालने के लिए राष्ट्रपति चुना गया था. मुझे अपना काम करने दिया जाना चाहिए. अमेरिका को फिर से महान बनाओ!
कौन हैं किल्मर गार्सिया
रिपोर्ट के अनुसार, 14 सालों से अमेरिका में रह रहे अब्रेगो गार्सिया को पिछले महीने अल साल्वाडोर डिपोर्ट कर दिया गया था. जबकि अमेरिकी आव्रजन अदालत ने उनके निष्कासन पर रोक लगा दी थी. दिलचस्प बात ये है कि सरकारी वकीलों ने अदालती डॉक्टूमेंट्स में टैटू का कभी जिक्र नहीं किया.
वहीं, डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने 2019 में पुलिस द्वारा लगाए गए आरोप के आधार पर उसे एलियन एनिमीज एक्ट के तहत निष्कासित कर दिया था और कहा कि वह MS-13 गिरोह का सदस्य था. हालांकि, बाद में इसने इसे एक प्रशासनिक गलती बताया, लेकिन इस बात पर जोर दिया कि वह MS-13 का सदस्य था और उस पर घरेलू हिंसा का भी आरोप लगाया.सल्वाडोर गिरोह MS-13 को अमेरिका द्वारा एक विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया गया है.
aajtak.in