अमेरिका में गिरफ्तार हुए दो चीनी जासूस! एग्रो टेररिज्म के बाद यूएस में बढ़ा नया खतरा

अमेरिका चीन में बढ़ते तनाव के बीच आए दिन यूएस में चीनी नागरिकों की गिरफ्तारी हो रही है. अब दो चीनी नागरिकों को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. हालांकि, चीनी दूतावास ने इन आरोपों से इनकार किया है.

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 अमेरिका की जासूसी के आरोप में दो चीनी नागरिकों की गिरफ्तारी (Representative Photo- META  AI) अमेरिका की जासूसी के आरोप में दो चीनी नागरिकों की गिरफ्तारी (Representative Photo- META AI)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 02 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 12:02 PM IST

अमेरिका में दो चीनी नागरिकों को चीन की सुरक्षा सेवा (MSS) के एजेंट होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट ने मंगलवार को बताया कि इन लोगों पर अमेरिकी नौसेना के ठिकानों के बारे में खुफिया जानकारी जमा करने का आरोप है. दोनों चीनी नागरिकों ने अमेरिकी नौसेना में वैसे लोगों को खोजने की भी कोशिश की जो चीन के लिए जासूसी कर सकते हैं.

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जस्टिस डिपार्टमेंट ने कहा कि संदिग्धों ने 2022 में उत्तरी कैलिफोर्निया में एक मनोरंजन केंद्र के लॉकर में कम से कम 10,000 डॉलर डाले जिसके बदले में उन्हें अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी जानकारी दी गई. यह जानकारी कथित चीनी जासूसों ने पहले ही चीनी खुफिया एजेंसियों को दे दी थी.

जस्टिस डिपार्टमेंट ने एक बयान में कहा कि ओरेगन के हैप्पी वैली में रहने वाले 38 साल के युआनस चेन और अप्रैल में पर्यटक वीजा पर चीन से ह्यूस्टन पहुंचे 39 वर्षीय लिरेन रयान लाई को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया.

इसमें कहा गया है कि दोनों ने चीन की सरकारी सुरक्षा मंत्रालय की ओर से काम किया और सोमवार को पहली बार वो ओरेगन के ह्यूस्टन और पोर्टलैंड में संघीय अदालत में पेश हुए.

अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट ने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी कि राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी जानकारी किसने उपलब्ध कराई या भर्ती के लिए अमेरिकी सेना के किन सैनिकों को टार्गेट किया गया.

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जस्टिस डिपार्टमेंट ने कहा कि 2022 की घटना के बाद भी दोनों चीनी जासूसों ने चीन की सुरक्षा सेवा के लिए काम करना जारी रखा जिसमें अमेरिकी नौसेना के रैंको के भीतर MSS के लिए संभावित रूप से काम करने वाले सैनिकों की पहचान करना भी शामिल था.

कथित चीनी जासूसों के पकड़े जाने पर अमेरिकी खुफिया एजेंसी एफबीआई के निदेशक काश पटेल ने एक बयान में कहा, 'चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने सोचा कि वो अमेरिकी धरती पर काम करने की अपनी प्लानिंग में कामयाब रहेंगे, अपने सूत्रों को पैसे देने के लिए डेड ड्रॉप्स जैसे जासूसी उपकरणों का इस्तेमाल करेंगे.'

चीन की तरफ से आरोपों पर क्या कहा गया?

इस मामले में जब चीनी दूतावास से समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने संपर्क किया तो चीनी दूतावास के प्रवक्ता लिू पेंगयु ने कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है लेकिन अमेरिका की तरफ से लगाए जा रहे सभी आरोप महज चीनी नागरिकों को लेकर उनकी धारणाएं और अटकलें हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिका अपने वैश्विक खुफिया कैंपेन्स में पाखंड करता है.

अमेरिका में एग्रो टेटरिज्म का मामला भी आ चुका है सामने

कुछ समय पहले ही अमेरिका में दो चीनी नागरिक एग्रो टेररिज्म के आरोप में गिरफ्तार हुए थे. यूनकिंग जियान और उनके बॉयफ्रेंड लियू को अमेरिका में बेहद खतरनाक फंगस की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. फंगस फसलों को भारी नुकसान पहुंचा सकता था और फूड चेन के जरिए इंसानों को भी प्रभावित कर सकता था.

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दोनों चीनी नागरिकों को साजिश रचने, अमेरिका में तस्करी करने, झूठे बयान देने और वीजा धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. तब अमेरिकी विश्लेषकों ने कहा था कि यह चीन का एग्रो टेररिज्म है जो अमेरिका की खेती को तबाह करना चाहता है. 

इस मामले के बाद एक और चीनी महिला रिसर्चर को राउंड वर्म यानी गोल कृमि की तस्करी के लिए पकड़ा गया था. ये कीड़े इंसानों और जानवरों के पेट और उत्तकों में गंभीर संक्रमण पैदा कर सकते हैं. 

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